19 बिस्वासी मण्डली गै अगुवा पर लगाएड़ै दोस नै जद तांई कोनी सुणनो जद तांई बिंगा दो अर तीन साथी गवा ना होवै।
पण जे बो तेरी बात ना सुणै तो ओर लोगां नै तेरै सागै लेज्या जिंऊं झिकी बात तूं केवै बिं बात गी गवाई हो सकै।
पिलातुस बारै आ'गे बानै केयो, “ईं आदमी पर थे के गुनाह लगावो हो?”
थारै नेमा में लिखेड़ो है कै दो जणा गी गवाई ठीक होवै है।
बठै गै बुडा लोगां कनै देण खातर बिस्वासी लोगां झिको कीं कठ्ठो करयो बो बरनाबास अर साऊल गै हाता में दियो।
पण मैं उतर दियो कै, “रोमियां गी आ रीत कोनी कै बे कोई आदमी नै सजा खातर दे दैय। जद तांई दोसी नै आपगै उपर लगायेड़ै दोसां गो जबाब देण गो मोको ना मिलै।”
अब मैं तीसर थारै कनै आण लागरयो हूं, “हरेक बातां गो फेंसलो दो तीन गवा गी मोजूदगी में होणो चईयै”
थे झिको वरदान परमेसर कनूं लियो है बिनै काम में ल्यो। ओ थानै परमेसर गै संदेस गै द्वारा दियो गेयो हो। ओ जद होयो जद बिस्वासी मण्डली गै अगुवा लोगां तेरै पर हात रख्यो हो।
झिकी बिस्वासी मण्डली में अगुवा आच्छो परबन्द करता होवै अर खास कर'गे बे झिका बचन सुणाणै अर सिखाणै गो काम करै है, बे दो गुणा आदर मान गै लाइक समझया जावै।
झिका निरदोस होवै अर बांगै किंगैई एक ऊं जादा घराळी ना होणी चईयै। बांगा टाबर बी प्रभु गै बिस्वास में पक्का होवै अर बे बदमासी करण आळा ना होवै पण सभाव गा आच्छा अर आग्या मानण आळा होवै।
जद नेम विधान नै ना मानण आळै नै दो या तीन जणा गी गवाई ऊं बिना दया करे मार दियो जावंतो हो।