ईंखातर मेरी इच्छा है कै जद कदी बी थे लोग आराधना गै खातर भेळा होवो तो सगळा आदमी लोग परमेसर गी इच्छा गै अनुसार जीवन बितागे आपगै पवितर हातां नै उपर उठागे परमेसर ऊं पराथना करो अर ओ रीस अर झगड़ै ऊं ना करियो।
पण जवान विधवा लुगाई नै ईं आच्छा कामा गी सूची में सामिल ना करो कै यीसू मसी गै सागै प्रेम में कम होगे सरीर गै सबंध गी इच्छा राखैगी अर बा ईंखातर फेर ब्या करणो चावैगी।
अर तूं झिको सिखावै बो बिना कपट, सुणगे मानण गै लाइक अर खरो होणो चईयै। जिंऊं कोई बी तेरी बात नै गळत ना बता सकै। क्यूंकै आपणै बिरोदियां नै आपणी बात नै गळत साबित करण गो मोको ना मिलैगो तो बे आपी सरम ऊं झूकज्यैगा।