झिको मनै अर मेरी बाता नै तुछ मानै बिंगो फेंसलो करण आळो मेरो बचन है झिकै गो उपदेस मैं थानै दियो है। परमेसर लोगां गो फेंसलो करण गै दिन मेरो बचन बांगो फेंसलो करैगो।
हे चुगली करण आळो, “देखो अर अचंभित होवो अर नास हो जाओ क्यूंकै थारै दिना में मैं हिस्यो काम करूंगा कै बिं काम गी जे कोई थारै मू बात करै तो थे कदी बी बिस्वास ना करियो।”
पण परमेसर ऐ बातां आपगी आत्मा गै द्वारा आपां सारा पर परगट करी क्यूंकै बाई आत्मा सारी चिजां नै आच्छी तरियां समझै अर परमेसर गै मन गी गेहरी बातां नै बी समझै।
ऐ बातां आप खातर कोनी पण थारै खातर बोली। झिकी बातां पेलां परमेसर गी बात बताण आळा गी केयेड़ी है बे बातां अब बी थे सुणो हो ऐ बातां सुरग ऊं पवितर आत्मा गै द्वारा बताएड़ी है। सुरगदूत बी आं बातां नै सुणण गी इच्छा करै।
झिको बिंगी आग्या गो पालण करै है बो बिमै बण्यो रेवै है अर बिमै परमेसर गो वास होवै है। ईं तरियां, पवितर आत्मा गै द्वारा झिकी परमेसर आपां नै दी है, आपां इंऊं जाणा कै आपणै मा परमेसर रेवै है।