सुरग में थारै खातर एक मोटो फळ है। थे बिं खातर भोत आनंद मनाइयो अर मन में राजी होईयो। क्यूंकै जिंया अब थानै लोग तंग करै है बिंयाई पेलां परमेसर गी बात बताण आळा नै बी तंग करया हा।”
थे सदां खुसी गै सागै रेवो क्यूंकै परमेसर आण आळै दिना में थारै पर के करै है बां पर पक्की उडीक राखो। जद कोई दुख आवै बिं टेम धीरज राखो अर सदां ई पराथना करता रेवो।
परमेसर आपगी दया सगळां पर करै। ईंखातर यीसू मसी गै द्वारा थानै अनन्त जीवन देण खातर मदद करी। थोड़ी देर खातर थे जे दुख झेलो तो परमेसर थानै पूरी तरियां मजबूत करैगो।