7 पय जउन-जउन बातँय हमरे फायदा के रही हँय, उनहीं मसीह के ऊपर बिसुआस किहे के कारन, तुच्छ समझित हएन।
अगर कउनव मनई सगले संसार के मालिक होइ जाय, अउर आपन प्रान गमाय देय, त ओही का फायदा होई? अउर मनई आपन प्रान बचामँइ के बदले माहीं का दइ सकत हय?
उआ आँधर मनई आपन ओन्हा फेंकिके तुरन्तय उठा, अउर यीसु के लघे आबा।
“अगर कोऊ हमरे लघे आबय, अउर अपने महतारी-बाप, अउर लड़िका-मेहेरिआ, अउर भाई-बहिनिन काहीं, अउर अपने प्रान काहीं पियार मानत हय, त उआ हमार चेला नहीं बन सकय;
इहइमेर से तोंहरे पंचन म से, जे कोऊ आपन सब कुछ छोंड़ न देई, उआ हमार चेला नहीं होइ सकय।”
यीसु कहिन, ‘तब मालिक उआ अधरमी भन्डारी काहीं सराहिस, कि उआ बड़ी चलाँकी से काम किहिस ही।’ काहेकि इआ संसार के मनई अपने समय के मनइन के साथ, रीति-रिबाजन अउर बेउहार करँइ माहीं परमातिमा के बचन मानँइ बाले मनइन से जादा हुसिआर हें।
जब ऊँ पंचे खाना खाइके संतुस्ट होइगें, तब गोहूँ काहीं समुद्र माहीं फेंकिके जिहाज काहीं हलुक करँइ लागें।
अउर मूसा मसीह के खातिर अपमान सहब मिस्र देस के भन्डार से जादा कीमती धन समझिन, काहेकि उनखर नजर परमातिमा से प्रतिफल पामँइ माहीं लगी रही हय।