हमार पिता परमातिमा सब कुछ हमहीं सँउप दिहिन हीं; अउर कोऊ नहीं जानँय, कि लड़िका को आहीं, केबल पिता जानत हें, अउर पिता को आहीं इहव कोऊ नहीं जानँय, उनहीं केबल लड़िका जानत हें, अउर लड़िका जेही बतामँइ चाही उहय जानी।”
हमार पिता परमातिमा सब कुछ हमहीं सँउप दिहिन हीं; अउर कोऊ नहीं जानँय कि लड़िका को आहीं, केबल पिता जानत हें, अउर पिता को आहीं इहव कोऊ नहीं जानँय, केबल लड़िका जानत हय, अउर लड़िका जेही बतामँइ चाही उहय जानी।”
हम अउर जादा समय तक संसार माहीं न रहब, पय ईं पंचे संसार माहीं रइहँय, अउर हम अब अपना के लघे आय रहेन हय; हे पिता परमातिमा, जउन अपना पबित्र हएन, उआ नाम के सक्ती से उनखर रच्छा करी, जिनहीं अपना हमहीं दिहेन हय, अउर जइसन हम अउर अपना एक हएन, उहयमेर ऊँ पंचे एक होइ सकँय।
जब हम उनखे साथ माहीं रहेन हय, त हम अपना के नाम के सक्ती से, जउन अपना हमहीं दिहेन हय, उनखर रच्छा किहेन हय, अउर उनमा से कोऊ नास नहीं भें, सिबाय ओखे जउने काहीं नास होंइ के खातिर ठहराबा ग रहा हय, इआ एसे भ कि जउने पबित्र सास्त्र माहीं लिखी बात पूर होय।
अउर अब, हे पिता परमातिमा, संसार के रचना होंइ से पहिले, जब हम अपना के साथ रहेन हय, तब हमहीं केतना सम्मान मिलत रहा हय, अब जब हम अपना के साथ रहब उहय सम्मान हमहीं पुनि देई।
उनहिन काहीं परमातिमा, प्रभू अउर मुक्ती देंइ बाला ठहराइके, अपने दहिने हाँथ से सगलेन से ऊँच कइ दिहिन हीं, कि ऊँ इजराइली लोगन काहीं मन फिरामँइ के सक्ती, अउर पापन के माफी देंइ।
अउर उँइन मसीही मन्डली के सिर आहीं; जउन उनखर देंह आय, उँइन संसार काहीं बनामँइ से पहिले रहे हँय, अउर मरेन म से जिन्दा होंइ बालेन माहीं पहिलउठा उँइन आहीं, अउर हर बात माहीं उँइन मुखिया हें।
इआमेर से हमरे पंचन के प्रभू यीसु मसीह के नाम, तोंहरे जीबन के द्वारा आदर पाबय, अउर तूँ पंचे उनखे द्वारा, इआ सब कुछ परमातिमा अउर प्रभू यीसु के किरपा से होई।
अउर तूँ धरम से प्रेम अउर अधरम से इरखा किहा हय; इहय कारन से परमातिमा अरथात तोंहार परमातिमा तोंहरे साथिन से बढ़िके तोंहार आनन्द रूपी तेल से अभिसेक किहिन हीं।”
अउर बिसुआस के सुरुआत करँइ बाले, अउर ओही परिपूर्न करँइ बाले, यीसु के ऊपर हम पंचे ध्यान लगाए रही; जे उआ खुसी के खातिर जउन उनखे आँगे धरी रही हय, सरम के कउनव परबाह नहीं किहिन, अउर क्रूस के सजा काहीं सहि लिहिन, अउर जाइके परमातिमा के दहिने कइती सिंहासन माहीं बइठिगें हँय।
पय हम पंचे यीसु काहीं जिनखर पद, कुछ समय के खातिर स्वरगदूतन से थोरिन काहीं कम कीन ग रहा हय, मउत के दुख भोगँइ के कारन, महिमा अउर मान-सम्मान के मुकुट पहिरे देखित हएन; कि जउने ऊँ परमातिमा के किरपा से सगले मनइन के खातिर मउत के स्वाद चखँय।
अउर यीसु मसीह के तरफ से, जउन बिसुआस के काबिल गबाह, अउर मरेन म से जि उठँय बालेन माहीं पहिलउठा, अउर धरती के राजन के ऊपर घलाय सासन करँइ बाले आहीं, तोंहईं पंचन काहीं किरपा अउर सान्ती मिलत रहय। ऊँ हमसे पंचन से प्रेम करत हें, अउर उँइन अपने खून के द्वारा हमहीं पंचन काहीं पापन से छोड़ाइन हीं।
अउर जब सतमा दूत तुरही फूँकिन, त स्वरग माहीं एखे बारे माहीं बड़े-बड़े बोल होंइ लागें, कि “संसार के राज हमरे पंचन के प्रभू के, अउर उनखे मसीह के होइ ग हय, अउर ऊँ जुगन-जुगन तक राज करिहँय।”