फिलिप्पियन 2:29 - Bagheli Bible29 एसे तूँ पंचे प्रभू माहीं, उनखर बड़े आनन्द के साथ स्वागत किहा, अउर इआमेर के मनइन के आदर किहा करा। Faic an caibideil |
अउर तूँ पंचे अपने आत्मिक अँगुअन के हुकुमन काहीं माना, अउर उनखे अधीनता माहीं रहा, काहेकि ऊँ पंचे तोंहरे आत्मिक बढ़ोत्तरी के खातिर, हमेसा खुसी से काम करत रहत हें, अउर उनहीं अपने ईं कामन के हिंसाब परमातिमा काहीं देंइ परी। पय तूँ पंचे उनहीं इआ मोका न दिहा, कि ऊँ इआ काम काहीं खुसी से नहीं, बलकिन बड़े दुख के साथ करँय, त इआ दसा माहीं तोंहईं पंचन काहीं कउनव फायदा न होई।