23 एसे हमहीं आसा ही, कि जइसय हमहीं इआ जान परी, कि हमार का हाल होंइ बाला हय, हम हरबिन अगर प्रभू के इच्छा होई, त उनहीं तोंहरे लघे पठय देब।
कुछ बीज पथरही भुँइ माहीं गिरें, जहाँ उनहीं खुब माटी नहीं मिली, अउर गहिल माटी न मिलँइ के कारन ऊँ हरबी जामि आएँ,
अगर प्रभू यीसु के मरजी होई, त हम तीमुथियुस काहीं तोंहरे पंचन के लघे हरबिन पठउब, जउने ऊँ तोंहार हाल चाल लइके हमहीं आइके बतामँइ, अउर तोंहरे बारे माहीं जानिके हमरे मन काहीं सान्ति मिलय।