पय हम अपने प्रान काहीं कुछू नहीं समझी, कि ओही पियार जानी, बलकिन इआ, कि हम अपने दउड़ अउर उआ सेबकाई काहीं पूर करी, जउन हम परमातिमा के किरपा के खुसी के खबर के गबाही देंइ के खातिर प्रभू यीसु से पाएन हय।
पय पवलुस जबाब दिहिन, कि तूँ पंचे का करते हया, रोइ-रोइके हमरे मन काहीं कमजोर करते हया, हम त प्रभू यीसु के नाम के खातिर यरूसलेम सहर म न केबल बाँधे जाँइन भर काहीं नहीं, बलकिन मरऊँ के खातिर तइआर हएन।
हे भाई-बहिनिव, परमातिमा तोंहरे ऊपर जउन दया किहिन हीं, ओही सुधि देबाइके तोंहसे पंचन से बिनती करित हएन, कि अपने-अपने जीबन काहीं जिन्दा, अउर पबित्र, अउर परमातिमा काहीं प्रसन्न करँइ बाले बलिदान के रूप माहीं समरपित कइ द्या, तोंहार पंचन के परमातिमा के सेबा करँइ के सही तरीका इहय आय।
अउर उआ किरपा इआ आय, कि हम गैरयहूदी लोगन के खातिर, मसीह यीसु के सेबक बनिके, परमातिमा के खुसी के खबर सुनामँइ के खातिर, एकठे याजक के रूप माहीं काम करी; जउने गैरयहूदी लोग, पबित्र आत्मा से पूरी तरह से पबित्र बनिके, एकठे भेंट के रूप माहीं परमातिमा के द्वारा सोइकार कीन जाँय।
हमरे लघे जउन कुछू हय, त ओही हम तोंहरे खातिर खुसी के साथ खरचा करब, इहाँ तक कि अपने-आप काहीं घलाय तोंहरे खातिर खरचा कइ डारब। जब हम तोंहसे एतना प्रेम करित हएन, त का तोंहऊँ काहीं हमसे ओतनय प्रेम न करँइ चाही?
अउर हमहीं पंचन काहीं सोक करँइ बालेन कि नाईं माना जात हय, पय हम पंचे हमेसा आनन्दित रहित हएन, अउर हम पंचे कंगालन कि नाईं देखइत हएन, पय खुब मनइन काहीं आत्मिक रूप से धनी बनाय देइत हएन। अउर मनई समझत हें, कि हमरे पंचन के लघे कुछू नहिं आय, तऊ हमरे पंचन के लघे सब कुछ रहत हय।
अउर हम तोंहसे पूरे बिसुआस के साथ कहि रहेन हय, कि हमहीं तोंहरे पंचन के ऊपर बड़ा घमन्ड हय; अउर हमहीं तोंहरे कारन बड़ी सान्ती मिली हय; हम हरेकमेर के दुख-मुसीबतन काहीं सहत रहित हएन, तऊ हम खुब आनन्दित रहित हएन।
हम हिरदँय से इहय आसा अउर बिसुआस रक्खित हएन, कि हम कउनव बात माहीं लज्जित न होई, बलकिन हमरे बड़े साहस के कारन मसीह के बड़ाई होय, जइसन हमरे देंह के व्दारा हमेसा होत रही हय, उहयमेर अबहिनव होय, चाह हम जिन्दा रही, चाह मर जई।
काहेकि उँइन मसीह के काम के खातिर अपने प्रान के बाजी लगाइन रहा हय, एसे उनखर इआ हालत होइगे रही हय, कि लागत रहा हय, कि ऊँ मर जइहँय, जउन तोंहरे पंचन के तरफ से हमरे सेबा माहीं कमी रहिगे तय, ओही ऊँ पूर करिहँय।
अउर जउन दुख-मुसीबत हम तोंहरे पंचन के खातिर उठाइत हएन, उनखे कारन हम आनन्दित होइत हएन, अउर मसीह के देंह अरथात मसीही मन्डली के खातिर मसीह के यातनन माहीं जउन कुछ कमी रहिगे तय, ओही हम अपने देंह माहीं पूर कए देइत हएन।
अउर उहयमेर हम पंचे तोंहऊँ से ममता के कारन, न केबल परमातिमा के खुसी के खबर के खातिर, बलकिन तोंहरेव खातिर, आपन-आपन प्रान देंइ के खातिर तइआर रहे हएन, एसे कि तूँ पंचे हमहीं पंचन काहीं खुब पियार होइ गया तय।
अउर तुहूँ पंचे खुदय जिअत पथरा कि नाईं, आत्मिक घर बनाए जाय रहे हया, जउने याजकन के पबित्र समाज बनिके, अइसन आत्मिक बलिदान चढ़ाबा, जउन यीसु मसीह के द्वारा परमातिमा काहीं सोइकार होय।
यीसु मसीह हमरे पंचन के खातिर आपन प्रान दइ दिहिन हीं, एहिन से हम पंचे जानित हएन, कि प्रेम का आय? हमहीं पंचन काहीं घलाय अपने भाई-बहिनिन के खातिर, आपन प्रान नेउछाबर कइ देंइ चाही।