10 जउने ऊँ सगले जने यीसु के नाम के आँगे गोड़न गिरँय, अउर उनखर अराधना करँय, चाह ऊँ स्वरग के होंय, चाह ऊँ धरती के होंय, अउर चाह ऊँ धरती के नीचे के होंय।
जइसन योना नबी तीन दिन अउर तीन रात तक मछरी के पेटे माहीं रहे हँय, उहयमेर मनई के लड़िका घलाय तीन दिना तक रातव-दिन धरती के भीतर रही।
अउर काँटन काहीं गुँथिके अउर मुकुट बनाइके यीसु के मूँड़े माहीं धरिन, अउर उनखे दहिने हाँथे माहीं सरकन्डा के लाठी पकड़ाय दिहिन, अउर उनखे आँगे गोड़न गिरिके उनखर मजाक उड़ामँइ लागें, अउर कहँइ लागें, कि “हे यहूदी लोगन के राजा, नबस्कार!”
तब यीसु उनखे लघे आइके कहिन, “स्वरग अउर धरती के सगला अधिकार हमहिन काहीं दीनगा हय।
पय परमातिमा उनहीं का जबाब दिहिन? कि “हम अपने खातिर सात हजार मनइन काहीं बचाए हएन, जउन न बाल देउता के आँगे गोड़न गिरें, अउर न ओखर पूजय किहिन आय।”
अउर परमातिमा अइसन योजना बनाइन, कि अपने निस्चित समय माहीं जउन कुछू स्वरग माहीं हय, अउर जउन कुछू धरती माहीं हय, उनहीं सगलेन काहीं एकट्ठा करँय अउर मसीह उनखे ऊपर राज करँय।
इहय कारन से हम परमपिता के आँगे गोड़न गिरित हएन,
(ऊँ “ऊपर चढ़ें” अरथात स्वरग माहीं, एखर मतलब इआ हय, कि मसीह धरती के नीचे के जघन माहीं घलाय उतरे रहे हँय।
अउर जब ऊँ अपने पहिलउठा लड़िका काहीं संसार माहीं पठबत हें, त कहत हें, कि “परमातिमा के सगले स्वरगदूत उनखे गोड़न गिरँय।”
ओखे बाद समुंद्र, ऊँ मरे मनइन काहीं जउन ओमा रहे हँय, दइ दिहिस, अउर मउत अउर अधोलोक, ऊँ मरे मनइन काहीं जउन उन माहीं रहे हँय, दइ दिहिन; अउर उनमा से हरेक के कामन के मुताबिक न्याय कीन ग।
तब चउबीसव अँगुआ सिंहासन माहीं बइठँय बाले के आँगे गिर परिहँय, अउर उनहीं, जउन जुगन-जुगन से जिन्दा हें, प्रनाम करिहँय; अउर आपन-आपन मुकुट सिंहासन के आँगे इआ कहत धइ देइहँय, कि
अउर न स्वरग माहीं, न धरती माहीं, न धरती के नीचे, कोऊ उआ किताब काहीं खोलँय, अउर ओखे ऊपर नजर डारँय के काबिल निकरा।