पय हम परमातिमा के धन्यबाद करित हएन, कि तूँ पंचे जउन पहिले बुरे कामन काहीं करँइ के कारन पाप के दास बने रहे हया, त अब तूँ पंचे अपने पूरे मन से उआ उपदेस काहीं मानँइ बाले बन गया हय, जउन तोंहईं पंचन काहीं सँउपा ग रहा हय।
हे भाई-बहिनिव, तोंहरे बारे माहीं हमहीं पंचन काहीं, हर समय परमातिमा काहीं धन्यबाद देत रहँइ चाही, अउर इआ उचितव हय, एसे कि तोंहार बिसुआस खुब बाढ़त जात हय, अउर तोंहार सगलेन के प्रेम घलाय आपस माहीं खुब बाढ़त जात हय।