तऊ हम तोंहसे सही कहित हएन, कि हमार जाब तोंहरे खातिर निकहा हय, काहेकि अगर हम न जाब, त उआ सहायक तोंहरे लघे न अई, पय अगर हम जाब, त ओही तोंहरे पंचन के लघे पठय देब।
काहेकि हम दोनव के बीच माहीं अधबीचे माहीं लटके हएन; एक मन त लागत हय, कि इआ दुनिया से कूँच कइके मसीह के लघे चले जई, काहेकि इआ हमरे जीबन के खातिर खुब निकहा हय।