19 काहेकि हम जानित हएन, कि तोंहरे पंचन के प्राथना से, अउर यीसु मसीह के दीन पबित्र आत्मा के दान के व्दारा, हमहीं एखर प्रतिफल जरूर मिली, अउर हम जेल से छूटि जाब।
अउर हम पंचे इआ जानित हएन, कि जेतने मनई परमातिमा से प्रेम करत हें, अउर परमातिमा के मरजी के मुताबिक बोलाए गे हँय, त परमातिमा उनखे जीबन माहीं जउन कुछू करत हें, त उनखे भलाइन के खातिर करत हें।
पय परमातिमा के आत्मा तोंहरे जीबन माहीं निबास करत हय, एसे तूँ पंचे मन के बुरी इच्छा के मुताबिक जीबन नहीं जीते आह्या, अगर कोहू के जीबन माही मसीह के आत्मा के निबास नहिं आय, त उआ मसीह के जन न कहाई।
अउर तुहूँ पंचे घलाय मिलिके हमरे पंचन के खातिर प्राथना कइके, हमार पंचन के मदत कइ रहे हया, काहेकि हमहीं पंचन काहीं जउन बरदान खुब मनइन के प्राथना के द्वारा मिला हय, ओहिन के कारन खुब मनई हमरे पंचन के तरफ से परमातिमा के धन्यबाद करिहँय।
हम पुनि पूँछित हएन कि, परमातिमा जउन तोंहईं पंचन काहीं पबित्र आत्मा के दान दिहिन हीं, अउर तोंहरे पंचन के जीबन से सामर्थ के काम करत हें, त तूँ पंचे इआ बताबा, कि परमातिमा इआ काम काहीं मूसा के बिधान के पालन करँइ से करत हें, इआ कि खुसी के खबर काहीं सुनिके बिसुआस किहे के कारन?
अउर तूँ पंचे परमातिमा के लड़िका बन गया हय, एसे परमातिमा अपने लड़िका के आत्मा काहीं हमरे पंचन के हिरदँय माहीं पठइन हीं, जउन हे अब्बा, हे पिता कहिके परमातिमा काहीं गोहराबत हय।
त एसे का भ? कि हम जेल माहीं हएन, इआ जानिके, कि चाह हमरे बिरोध माहीं, चाह सच्चाई से, मसीह के कथा त सुनाई जात ही, एसे हम आनन्दित हएन, अउर हमेसा आनन्दित रहबव करब।
अउर उनखे भीतर जउन मसीह के आत्मा रहा हय, उआ पहिलेन से इआ बताबत रहा हय, कि मसीह के ऊपर कइसन दुख अइहँय, अउर ओखे बाद कइसन उनखर महिमा होई। अउर मसीह के आत्मा उनहीं पंचन काहीं इहव बताबत रहा हय, कि ईं बातँय कउने समय, अउर कउने दसा माहीं होइहँय, अउर ओखे बाद इआ संसार के का होई।