फिलिप्पियन 1:1 - Bagheli Bible1 प्रभू यीसु मसीह के सेबक पवलुस अउर तीमुथियुस के तरफ से इआ चिट्ठी, फिलिप्पी सहर माहीं रहँइ बाले मसीह यीसु के ऊपर बिसुआस करँइ बाले भाई-बहिनिन, अउर मसीही मन्डली के अँगुअन अउर सेबकन काहीं मिलय। Faic an caibideil |
हम समौन पतरस इआ चिट्ठी काहीं लिख रहेन हय, जउन यीसु मसीह के दास अउर खास चेला आहेन। हम इआ चिट्ठी ऊँ मनइन काहीं लिख रहेन हय, जउन हमरे पंचन के परमातिमा, अउर मुक्ती देंइ बाले यीसु मसीह जउन हमहीं पंचन काहीं, परमातिमा के नजर माहीं निरदोस बनाइन हीं, उनहिन के द्वारा हमरे पंचन कि नाईं, ऊँ पंचे घलाय खुब कीमती बिसुआस पाइन हीं।
तब हम उनखे गोड़न गिरँय के खातिर, उनखे गोड़े माहीं गिर परेन। तब ऊँ हमसे कहिन, “देखा, अइसा न करा, हमहूँ तोंहरेन कि नाईं, अउर तोंहरे भाइन कि नाईं, जउन यीसु के गबाही देंइ के खातिर स्थिर हें, मसीह के दास आहेन, तूँ पंचे परमातिमय के गोड़न गिरा; काहेकि जे कोऊ यीसु के बारे माहीं गबाही देत हें, उनहीं पंचन काहीं परमातिमा के सँदेस बतामँइ बालेन कि नाईं, परमातिमा से प्रेरना मिलत ही।”