प्रकाशितवाक्य 18 - सिरमौरी नौवाँ नियमबाबेल शहर का विनाश 1 इथकै बाद, मोऐं स्वर्ग शै ऐक ओका स्वर्गदूतौ खै धैनै आन्दै बैई दैखा। तैसीकैईं बौड़ा औधिकार थिया औरौ तैसकै बौड़ै झमाकैदार चौमक कै बौजैह शै पूरी धोरती चौमकै गौए। 2 बाबेल का बौड़ा शहर नाश हौए गौआ। इथमुंजी कुणिए आदमी ना बौची। दुष्टआत्माएं औरौ अशुध्द आत्माए ऐबै इंदी रौए रैई, औरौ हर भान्त कै अशुध्द चुड़कुल़ै तिंदै रौंव। 3 ऐजौ इथ बौजैह शै हौंदौ जिथुकै तियैं बैटमाणिशै जू कै बाबेल शहर औसौ, हरेक राज्य कै सौबै लोगौ खै सैजै सूर पिलाए जू कै तैसकै मूर्ति कै पूजा औसौ। सारै धोरती कै राजा तैसकै गौंदै कामौ दै शामिल हुवे। धोरती कै व्यापारी तियौं बैटमाणिशौ कै मौंगै-मौंगै चीज़ौ कै इछा कै बौजैह शै सैठ बौणै गौवै। 4 तोबै मोऐं स्वर्ग शै ऐक शब्द हौजौ शुणा, “तुऐं, जू मुंआरी सौमबंध राखौ, तिथ शहर कै छोड़े दैव। तिथकै साथै मिलैयौ पाप ना कौरौ, ताकि तुऔं तिथकी साथै सौजा नी दी जांव।” 5 जिथुकै तिथकै पाप बैजाए औसौ जैशै तिथकै पाप कै ढैर स्वर्ग तौड़ी पौऊंचै गौवै हौलै, औरौ पौरमेशवर तिथकी बुराए खै ना बिसरौ जू तिथुवै कौरे राए। 6 इथकारिए हांव बुलू, तिथ शहर कै साथै बै तैशैखैई कौरौ, जैशै तिथुवै दूजै लोगौ कै साथै कौरे राए। तिथकै सारै बुरै कामौ कारिए तिथकै दुगुना पलटा दौ। तिथ शहर कारिए दुगुनी शौकतीशाली सोताणो कै तैयारी कौरो जैसी अन्याय शै तिथुवै ओकी लोगौ कै सोताए राए थिए। 7 तू तिथकै निशोंक हौयौ बैजाए पीड़ो औरौ दुख दियांदा जू तिथकै ऐशौ आराम कै जीवन कै तरीकै औरौ तिथकै आपणै प्रति घमण्ड कै बराबर औसौ। तिथ शहरै आपी खै बौल़ौ, “हांव ऐक राणी कै जैशणै लोगौ पांदी राज्य कौरदी। हांव ऐक विधवा ना आथी औरौ हांव दुख कै महसूस ना कौरदी।” 8 तियौंकै जोशीणौ कै बौजैह शै तियौं पांदी समस्याए आए जांदी, सिरफ ऐकी दूसौ दो बीमारी, दुख, औरौ काल़ तियौं पांदी ऐकी साथै आए जांदै। औरौ तियौं आगी मुंजी जोल़ाए दैंदै जिथुकै प्रभु पौरमेशवर शौकतीशाली औसौ, औरौ तियौं सौजा दैंदा। बाबेल शहर कारिए रुणा 9 औरौ सारै धोरती कै राजा जिनुवै तिथ शहर कै साथै ऐशौ आराम कौरा, जोबै सै शहर कै जोल़दै बैई उठणौ वाल़ै धुऐं खै दैखलै, तौ सै तिथ कारिए रुंदै औरौ शोग मौनांदै। 10 औरौ तिथकै पीड़ो कै डौर कै मारै सै बौड़ै दूर खौड़ै हौयौ बौलदै, ओए रै बौड़ै नगर, बाबेल! ओए रै मोजबूत नगर बाबेल, तांव पांदी हाय! हाय! दैणिक सौमय दै पौरमेशवरे ताखै नाश कौरे दिया। 11 औरौ धोरती कै व्यापारी तिथ कारिए रुंदै औरौ छाती पीटदै, जिथुकै ऐबै कुणिए ना आथी जू तिथ सामान कै खरीदला जू सै बिकौए। 12 तिनका माल कैई तरह का थिया। तिथमुंजी सूनु, चांदी, रत्न, औरौ मौती थिए। तिथमुंजी बैजाए बड़िया लुस्कै थिए, जू मौंगै धागै शै, चौमकीलै लाल औरौ बैंजनी लुस्कै बाणै गौवै थिए। तिथमुंजी खुशबूदार लाकड़ी शै बाणैयौंदी चीज़ौ, हाथी दांद शै बाणैयौंदी चीज़ौ थी, औरौ ओकी चीज़ौ थी जू मौंगी लाकड़ी या पीतल, लोहा, या संगमरमर शै बौणैयौंदे थै, 13 औरौ दाल चीनी, मसालै, धूप, इत्र, लोबान, सूर, तेल, मौएदा, गियुँ, गाय-बौल़दौ, भेड़-बाकरी, घोड़े, रथ, औरौ जू लोग सामान खरीदौ औरौ बैचोए, सै ऐबै लोगौ खै गुलाम कै रुप दै ना बिकौ। 14 व्यापारी तियौं कैई बौलदै, “सैजी सारी चीज़ौ जिनकै तू चाहत राखै थी ऐबै ना आथी। सैजी सारी धीमी खुशबू वाल़ी चीज़ौ जू ताखै पसंद थै, सैजी सौबै चीज़ौ जिनु तू आपणै शोरीर खै सुन्दर बाणणौ कारिए इस्तैमाल कौरौ थै, सैजी सौबै आरची गोई, सैजी ऐबै ना भैटदी।” 15 इनु चीज़ौ कै व्यापारी जू तिथकै दवारा सैठ हौए गौवै थिए, तियौंकै पीड़ो कै डौर कै मारै दूर खौड़ै हौंदै, औरौ रुलै औरौ छाती पीटदै बैई बौलदै, 16 हाय! हाय! ऐजा बौड़ा नगर जू मलमल, बैंजनी औरौ लाल रंगो कै लुस्कै बाम्बैयौंदा थिया, औरौ सूनै, रत्नों औरौ मौतियो लैई सौजैयौंदा थिया; 17 बाबेल शहरै आपणै सारै जायदात एकदम खोए दी। औरौ जहाज कै सारै कप्तान, सैजै सौब लोग जू जहाज शै यात्रा कौरौ, औरौ सैजै सौब जू समुन्द्र शै आपणै रोजी कमांव, बाबेल शै बैजाए दूर खौड़ै हौयौ दैखदै रौवै। 18 औरौ जोबै तैसी आग शै निकल़णौ वाल़ै धूएँ कै दैखदै जू शहर खै जोल़ांव, तोबै सै लैलियायो बौलदै, इथकै जैशणा महान शहर कौलोंई ना होई। 19 औरौ सै आपणा दुख दिखाणौ कारिए आपणै मुंडो पांदी धूल पुणदै, औरौ रुंदै औरौ छाती पीटदै बैई चिलाए चिलायौ बौलदै, हाय! हाय! ऐजा बौड़ा शहर जहाजो कै सौबै मालिक तैसी शहर कै जायदात कै बौजैह शै सैठ हौए गौवै। औरौ ऐबै सिरफ ऐक घांटे दो ही इथमुंजी सौबै ठुँ गायब हौए गौ। 20 तुऐं जू स्वर्ग दै रौंव, ओए रै पौरमेशवर कै लोगौ! चोणेयौंदे चैलै औरौ पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै! इथ बारै मुंजी बैजाए खुशी मौनांव, जिथुकै पौरमेशवरे बाबेल शहर पांदी आपणा न्याय भैजै राए, तिनु बुराई कै बौजैह जू तिनुऐ तोंवारै साथै कौरे राए। बाबेल शहर कै विनाश कै आखरी हालत 21 तोबै ऐक बलवान स्वर्गदूतै बौड़ी चाकी कै पाट कै जैशणा ऐक पाथर टिपा, औरौ ऐजौ बौलेयौ समुन्द्र दा फेरकाऐ दिया, “जैशैखै ऐसी पाथर खै समुन्द्र दा फेरकाए जांव, औरौ सै औटेयौ ना भैटौ, तैशैखैई बौड़ा शहर बाबेल बै ऐकै बैई नाश हौए जांदा, ऐजौ शहर औटेयौ ना बाणै जांदो। 22 ओए रै बाबेल शहर, तुऔं दै हौजौ कौलोंई बै बीणा बोजाणौ औरौ गाणै का शाद ना शुणिदा। औरौ ना ही तिथै बाँशुड़ी औरौ तुरही बौजाणौ का शाद शुणिदा। ऐशैखैई कैशणाई बै माहिर कारीगर ऐसी शहर खै ना भैटदा; औरौ चाकी पिशणौ कै आवाज़ हौजौ कौलोंई ना शुणीदी। 23 हौजौ कौलोंई बै लोग तांवदौ ऐक दिवे को पेयाशो चोमकौंदे बैई ना दैखदै; हौजौ कौलोंई बै सै शादी हौणौवाल़ै ऐक मौरदो औरौ बैटमाणिशौ कै आवाज़ ना शुणदै। तिथै कै व्यापारी पूरी दुनिया दै सौबदै जादा शौकतीशाली थिए। औरौ दुनिया कै सौबी लोगौ कै तिथै कै जादूगरे धौखा दिया। 24 पौरमेशवरे बाबेल शहर कै इथकारिए सौजा दै जिथुकै ऐसी शहरो दै पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै कौ औरौ ओकी सौबी लोगौ कै जू पौरमेशवर कै औसौ औरौ धोरती पांदी कै सौबी लोगौ कै मारणौ कै दोषी थिए।” |
Sirmauri New Testament (सिरमौरी नौवाँ नियम), 2016 by The Love Fellowship is licensed under a Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International License.
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