लूका 6 - सिरमौरी नौवाँ नियमविशांव का प्रभु यीशु ( मत्ती 12:1-8 ; मर 2:23-28 ) 1 तोबै विशांव कै दूसै सै आयौ बागड़ी बाटी हौयौ जांदै लागै रौवै थिए, औरौ तैसकै चैलै सिलै तौड़ै-तौड़ेयो औरौ हाथौ दै मोल़ मोल़यो खाए लोऐ थिए। 2 तोबै फरीसी लोगौ मुंजीदै किछै बौलदै लागै, “तुऐं ऐजै टोल काए कौरौ जू विशांव कै दूसै कौरणै मूसा कै कानून कै खिलाफ औसौ।” 3 यीशुए तिनु जोवाब दिया, “का तुऐं पवित्र-शास्त्र दो ऐजौ ना पोढ़ै रैई, कै अमारै बौड़ै बुड़ेईक राजा दाऊदे का कौरौ थियु, जोबै सै औरौ तैसकै दोस्त भूखै थिए? 4 तोबै सै पौरमेशवर कै तोम्बू दा हौटा, औरौ सैजी रोटी खैई, जू मुख्य यहूदी पुरोहितो कै सिवाए कोसी कै छूट ना थी? औरौ आपणै साथी कै बै दी?” 5 औरौ तैणै तिनु बौल़ौ, “हांव आदमी का बैटा विशांव कै दूसौ का बै प्रभु औसौ।” विशांव कै दूस रोगी कै ठीक कौरणा ( मत्ती 12:9-14 ; मर 3:1-6 ) 6 ऐशैखै हौं कै हौजौ कोसी विशांव कै दूसै सै यहूदी सभा-घोरो दा जाएयो बौतांदा लागा; औरौ तिथै ऐक आदमी थिया, जैसका हाथ शोकै रौआ थिया। 7 यहूदी शास्त्री औरौ फरीसी लोग तैसी पांदी दोष लाणौ का मौका पाणौ कारिए तैसकै ताको दै थिए कै दैखुबै जै सै विशांव कै दूसै ठीक कौरदा, कै ना। 8 पौरौ सै तिनकै विचार जाणौ थिया; तैणै शोकैयोंदै हाथ वाल़ै आदमी खै बौल़ौ, “ऐशणै जौगैह दा खौड़ा हौए जा जिथै ताखै सौबै दैखलै।” सै ऊबा बिज़यो खौड़ा हौआ। 9 यीशुए तिनुखै बौल़ौ, “हांव तुऔं खै ऐजौ पूछु कै विशांव कै दूसै भोलाए कौरणै का ठीक औसौ या बुराए कौरणै, प्राणो खै बौचाणा या मारणा? या खत्म कौर दैणौ?” 10 तोबै तैणै चोऊ ढौबौ दैखैयो तैसी आदमी खै बौल़ौ, “आपणा हाथ उंढा कौर।” तैणै ऐशैकैई कौरौ, औरौ तैसका हाथ होटेयो ठीक हौए गौआ। 11 पौरौ सै आपी दै बायरै जाएयो आपी मुंजी बौलदै लागै कै आमुए यीशु कै साथी का कौरु? बारौ चोणेयौंदे चैलै ( मत्ती 10:1-4 ; मर 3:13-19 ) 12 तिनी दूसौ दा यीशु धारो पांदी प्रार्थना कौरदा हौटा, औरौ पौरमेशवर शै प्रार्थना कौरणौ दै पोरे रात बिताई। 13 जोबै दूस हौ, तोबै तैणै आपणै चैलै कै बौएदैयौ तिनुमुंजी दै बारौ चैलै चोणे दिए, औरौ तिनुकै चोणेयौंदे चैलै बौल़ै। 14 औरौ सै ऐजै औसौ: शमौन जैसकौ नांव तैणै पतरस बै राखौ, औरौ तैसका भाई अन्द्रियास, औरौ याकूब औरौ यूहन्ना औरौ फिलिप्पुस औरौ बरतुल्मै, 15 औरौ मत्ती औरौ थोमा औरौ हलफईस का बैटा याकूब औरौ शमौन जैसी जेलोतेस बुलो थिए, 16 औरौ याकूब का बैटा यहूदा, औरौ यहूदा इस्करियोती जू तैसका थोमाणौवाल़ा बौणा। यीशु का लोगौ खै उपदैश दैणा औरौ ठीक कौरणा ( मत्ती 4:23-25 ; 5:1-12 ) 17 तोबै सै तिनकै साथी ओतरेयो चकौर ठाँव दा खौड़ा हौआ, औरौ तैसकै चैलो कै बौड़ै भीड़ औरौ सारै यहूदिया प्रदेश, यरूशलेम शहर औरौ सूर औरौ सैदा शहर कै समुन्द्र कै किनारे शै बैजाए लोग, 18 जू तैसी शुणदै औरौ आपणी बीमारी शै ठीक हौणौ कारिए तैसकै धोरे तिथै आए रौवै थिए। औरौ दुष्टआत्मा शै सोताएयौंदे लोग बै ठीक हौंव थिए। 19 औरौ सौबै तैसीखै छूणा चांव थिए, जिथुकै तैसी पौरैशै अनौखी शौकतै निकल़ैयो सौबी खै ठीक कौरौ थी। आशीष कै वचन 20 तोबै तैणै आपणै चैलो कै ढौबौ दैखैयो बौल़ौ, “धन्य औसौ सैजै जिनु पौरमेशवर कै जौरुरत औसौ, जिथुखै पौरमेशवर का राज्य तोंवारा औसौ।” 21 “धन्य औसौ तुऐं जू इबी भूखै औसौ; जिथुकै पौरमेशवर तुऔं छोकाला। धन्य औसौ तुऐं जू इबी रुओंए, जिथु तुऐं होसदै।” 22 “धन्य औसौ, तुऐं जोबै मुं आदमी कै बैटै कै बौजैह शै लोग तुऔं आरी बैर राखदै, औरौ तुऔं निकाल़ै दैंदै, औरौ तोंवारै नेंदैया कौरदै, औरौ तोंवारा नांव बुरु जाणैयौ काटै दैंदै।” 23 “तैसी दूसै खुशी हौयौ उछल़ैया, जिथु दैखौ, तुऔं कारिए स्वर्ग दा बौड़ा इनाम राख राए। तिनकै पुराणिया पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै कै साथी बै तैशैकैई कौरौ थिए।” शोक कै वचन 24 “पौरौ हाय तुऔं पांदी जू सैठ औसौ, जिथु तुऐं आपणी सुख चोयन पाए राए।” 25 “हाय औसौ तुऔं पांदी! जू ऐबै छोकैयौ खांव, जिथुकै तुऐं भूखै रौंदै। हाय तुऔं पांदी; जू इबी हसोए, जिथुकै तुऐं शोक कौरदै औरौ रुंदै।” 26 “हाय तुऔं पांदी; जोबै सौबै आदमी तुंआरी तारीफ कौरौ, जिथुकै तोंवारै पुराणिया बै पौरमेशवर कै झूठै बातौ बौताणौवाल़ै कै साथै बै ऐशैखैई कौरौ थिए।” बौयरी शै बै प्यार कौरणा ( मत्ती 5:38-48 ; 7:12 ) 27 “पौरौ हांव तुऔं शुणणौवाल़ै कै बुलू, कै आपणै बौयरीआरी बै प्यार कौरेया; जू तुऔं आरी बुरु कौरलै तिनका भोला कौरौ। 28 जू तुऔं शराप दैलै; तिनु आशीष दैया, जू तोंवारै बैज्जती कौरौ, तिनु कारिए प्रार्थना कौरौ। 29 जै कुणिए तैरै ऐक खोखटै पांदी चटाका लालै, तैसकै ढौबौ खै ओका खोखटा बै फैरै दैया। औरौ जू तैरा झागा खिंचौ तैसी लोइया दैणौ शै बै मोना ना कौरेया। 30 जू कुणिए तांव कैईंदु मांगलै, तैसीखै दैय दै औरौ जू तैरी चीज़ खिंचौ तेसियांदै नी मांगैया। 31 जैशै तुऐं चांव कै लोग तोंवारै साथै कौरौ, तुऐं बै तिनकै साथै ऐशणाई बर्ताव कौरौ।” 32 “जै तुऐं आपणै प्यार कौरणौवाल़ै आरी प्यार कौरलै, तौ तोंवारै का बौड़ाए? जिथु पापी बै आपणै प्यार राखणौवाल़ै कै साथै प्यार कौरौ। 33 औरौ जै तुऐं आपणै भोलाए कौरणौवाल़ै कै साथै भोलाए कौरौ, तौ तुंआरी ओकी लोगौ कै बौदलै दै का तारीफ हौंदै? जिथुकै पापी लोग जू पौरमेशवर कै आज्ञा का पालन ना कौरौ सै बै ऐशैखैई कौरौ। 34 जै तुऐं तिनु पौयसै उधार दैंव, जिनुवांदो तुऐं हौजौ उमीद राखणौ कै आशा राखौ, तौ पौरमेशवर तोंवारै तारीफ काए कौरदा? जिथुकै पापै लोग बै पापियों कै पौयसै उधार दैंव, कै तिनुवांदो तिशैकैई पाछु कौरौ। 35 जै तुऐं आपणै दुशमन आरी प्यार राखौ, औरौ भोलाए कौरौ, औरौ हौजौ पाछु पाणै कै उमीद नी राखैयौ उधार दैंव; तौ तुऔं कारिए बौड़ा फोल़ हौंदा। औरौ तुऐं सौबीदै बौड़ै पौरमेशवर कै नानड़िया ठोहरलै, जिथुकै सै तिनु पांदी जू धन्यवाद ना कौरौ औरौ बुरै लोगौ पांदी बै कृपा कौरणौवाल़ा औसौ। 36 जैशणा तोंवारा स्वर्ग का पिता दया कौरणौवाल़ा औसौ, तैशैकैई तुऐं बै दया कौरणौवाल़ै बौणौ।” दोष ना लांव ( मत्ती 7:1-5 ) 37 “ओकी का न्याय नी कौरौ; तौ पौरमेशवर बै तोंवारा न्याय ना कौरदा। ओकी कै दोषी नी ठोहराया, तौ पौरमेशवर बै तुऔं पांदी दोष ना लांदा, ओकी कै बै माफ कौरौ तौ पौरमेशवर बै तुऔं माफ कौरदा। 38 ओकी कै दैया कौरौ, तौ पौरमेशवर तुऔं बै दैंदाए: लोग पूरै नाप शै दबाए-दबाएयो औरौ हिंजाल़ी-हिंजाल़ियौ औरौ उदारता लैई तोंवारै हौंगटै दौ छोड़दै, जिथुकै जैशैखै तुऐं ओकी का न्याय कौरलै, तोंवारा बै न्याय हौंदा।” 39 हौजौ तैणै ऐक उदारण दिया, “का आन्धा, आन्धै खै बाट बौताए सौकौ? का सै दुईनै गोढै दै ना छुटदै? 40 चैला आपणै गुरु दा बौड़ा ना हौंव, पौरौ पूरी शिक्षा पाणौ कै बाद सै आपणै गुरु कै जैशणा बौणै जांव। 41 तू काए आपणै भाई कै नानड़ी-नानड़ी गौलती कै दैखै, औरौ आपणी बौड़ी-बौड़ी गौलती कै काए ना दैखै। 42 जोबै तैरी आपणी गौलती बैजाए औसौ तौ तू आपणै भाई खै कैशैखै बौल़ै सौकै कै, ‘ओए रै भाई रौकै जा हांव तैरी नानड़ी शी गौलती कै ठीक कौरु।’ ओए रै कपटी मन कै लोगौ, आगै आपणै खुद कै बौड़ी गौलती खै सुधारै पाव, तोबै तू ठीक ढंग शै आपणै भाई कि गौलती कै ठीक कौरे सौकै।” डाल़ो कै पौछेयाण फोल़ो शै ( मत्ती 7:17-20 ; 12:34-35 ) 43 “कुणजाई आछा डाल़ ना आथी जू बुरा फोल़ दैंव, औरौ ना ही बुरा डाल़ आछा फल़ दैंव। 44 हरेक डाल़ आपणै फल़ शै पोछैयाणै जांव; जिथुकै लोग झाड़ी शै अंजीर ना तौड़ौ, औरौ ना झड़बेरी शै अंगूर। 45 आछा आदमी आपणै मनो कै आछै भण्डार शै आछी बातौ घाड़ो, औरौ बुरा आदमी आपणै मनो कै बुरै भण्डार शै बुरी ही बातौ घाड़ो; जिथुकै जू तैसकै मन दो भोरयोंदो औसौ सैजौई तैसकै मुँओं पौरैशौ बायरै आंव।” घोर बाणणौवाल़ै दो भान्त कै आदमी ( मत्ती 7:24-27 ) 46 “जोबै तुऐं मैरौ बौलेयौंदो ना मानौ तौ काए मुखै, ‘ओए रै प्रभु, ओए रै प्रभु,’ बौल़ौ? 47 जू कुणिए मैरै धोरे आंव औरौ मैरी बातौ शौणैबा तिनुखै मानला, हांव तुऔं कै बौतौऊं की सै कोसी आदमी कै जैशणा औसौ? 48 सै तैसी आदमी कै साए औसौ, जैणै घोर बाणदै बैई जमीन डुंगै खुणियों कै चट्टान पांदी नीयुं पाए, औरौ जोबै बाढ़ आए तौ फालो तैसी घोरो पांदी लागी पौरौ तिथु हिंजाल़ी ना सोकी, जिथुकै सै पाको बाणैयौंदो थियु। 49 पौरौ जू शोणेयो ना मानौ सै तैसी आदमी कै साए औसौ जैणै जोमीनो पांदी बिना नीयुं को घोर बाणौ। जोबै तैसी घोरो दी फालो लागी तौ सै तावल़ो उदु ढोल़ो औरौ ढोल़ेयो सै चकनाचूर हौए गौ।” |
Sirmauri New Testament (सिरमौरी नौवाँ नियम), 2016 by The Love Fellowship is licensed under a Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International License.
Beyond Translation