प्रेरितो कै काम 28 - सिरमौरी नौवाँ नियममाल्टा टापू दा पौलुस का स्वागत 1 जोबै आमै सौबै ठीक ढंग शै किनारे पांदी पौंचै गौवै, तोबै आमु पोता चाला कै ऐसी टापू को नांव मैलिते थियु। 2 औरौ तिथै कै रौणौवाल़ै लोगै अमारै आछै शै खातिरदारी कौरी; जिथुखै पाणी औरौ जाड़ो लागणौ की बौजैह शै तिनुऐ आग बाल़ेयो अमारा स्वागत कौरा। 3 जोबै पौलुसे लाकड़ी का हौंगटा कौठा कौरेयौ आगी पांदी धोरा, तौ ऐक शोंगोऊं सैक लागैयो खै निकल़ु औरौ तैसकै हाथौ पांडो लोपेटियु। 4 जोबै तिथै कै रौणौवाल़ै लोगै शोंगोऊं खै तैसकै हाथौ पांदी लोटकेयोंदो दैखौ, तौ आपी मुंजी बौल़ौ, “सौथीखै ऐजा आदमी हथियारा औसौ, बैशक ऐजा आदमी समुन्द्रो पौरैशा बौचै गौआ, तौ बै ऐबै अमारै न्यांव कै देवीए ऐसी जियुंदी ना रौणौ दी।” 5 तोबै तैणै शोंगोऊं खै आगी मुंजी बैगाए दियु, औरौ तैसी किछै नुकसान नी होई। 6 पौरौ लोगै ठोल़े लो थियु कै सै उशाए जांदा, या एकदम धैनै रिड़यो खै मौरे जांदा, पौरौ जोबै सै बौड़ी बार तौड़ी दैखदै रौवै औरौ दैखौ कै तैसकै किछै बै ना होई, तौ सोंचैयो बौलदै लागै की, “ऐजा तौ कुणिए देवता औसौ।” 7 तैसी जौगैह कै नेड़ी-बैड़ी पुबलियुस नांव कै तैसी टापू कै प्रधानों की जोमीन थी: तैणै आमुखै आपणै घोरे नियौ खै ती दूसौ तौड़ी अमारै खातिरदारी कौरे। 8 पुबलियुस का बापू तैज तापो लैई औरौ पेचिश लागैयो बीमार पौड़ै रौआ थिया, औरौ पौलुसे तैसकै धोरे कमरे दी जायौ प्रार्थना कौरे, औरौ तैसी पांदी हाथ राखैयौ तैसी ठीक कौरा। 9 जोबै ऐशैखै हौं, तौ तैसी टापू कै बाकी बीमार पौलुसो कै धोरे ओऊवे, औरौ ठीक हौए गौवै। 10 तिनुऐ अमारा बौहिता आदर कौरा, जोबै आमै ती मीनै कै बाद जाणौ की तैयारी कौरे लोए थी तौ जू किछै आमु कारिए जौरुरी थियु, जहाजो पांदी राखै दियु। माल्टा टापू शै रोम देश कै ढौबौ 11 ती मीनै कै बाद आमु सिकन्दरिया टापू शै जहाजो पांदी यात्रा शुरु कौरे ऐसी जहाजै ऐसी टापू पांदी जाड़ै कै दूस काटी लौवै थिए औरौ इथु जहाजो कै आगलै भाग पांदी दु देवताओं का ऐक निशान थिया, तिनु देवता को नांव दियुसकूरी थियु। 12 सुरकूसा शहर दै लंगर पायौ खै आमै तीन दूस टिकयौंदे रौवै। 13 तिथैदै आगु जायौ आमै रेगियुम नोगर दै पौऊंचै औरौ ऐकी दूसौ कै बाद दक्षिण बागूर चालै, तोबै दूजै दूसै पुतियुली शहर दै ओऊवे। 14 तिथै आमुखै किछै बिशवाशी भाई भैटी, औरौ तिनकै बौलणौ शै आमै तिनकै इथै सात दूसौ तौड़ी रौवै; औरौ ऐशैखैई तिनकै साथै रौणौ कै बाद, पौयदल हांडेयो रोम शहर खै ढौबौ चाल पौड़ै। 15 रोम शहर शै किछै बिशवाशी भाईए शुणु कै आमै तिथै आन्दै लागै रौवै औरौ सै आमुआरी भैटिणौ औरौ आमु रोम शहर लौए जाणौ कारिए अप्पियुस नगर कै बाज़ारो औरौ तीन-सराए नगर तौड़ी ओऊवे, जिनु दैखियौ खै पौलुसे पौरमेशवर का धन्यवाद कौरा, औरौ बैजाए हिम्मत बौड़ै। 16 जोबै आमै रोम शहर दै पौऊंचै, तौ पौलुसो खै ऐकी सैनिक कै साथै जू तैसकै रोखवाल़ै कौरौ थिया, इकली रौणौ कै आज्ञा भैटी। पौलुस रोम शहर दा 17 ती दूसौ कै बाद तैणै यहूदियों कै सियाणै लोगौ खै बौईदै, औरौ जोबै सै कौठै हुवे तौ तिनुखै बौल़ौ, “ओए रै भाईयों, मोऐं आपणै लोगौ खै या पुराणियो कै भोवारो कै खिलाफ दो किछै बै नी कौरी, तोबै बै कोयदी बोणेयो यरूशलेम शहर शा रोमी सरकार कै हाथै सौंपा गौआ। 18 जू मुखै जांचैयौ खै छोड़े दैणा चांव थिए, जिथुखै मुं दा मौत कै लायक कुणजाई दोष ना थी। 19 पौरौ जोबै यहूदी नेता इथकै खिलाफ दै बौलदै लागै, तौ मुखै महाराजा (कैसर) शै बिन्ती कौरणै पौड़ै; ऐजौ नी कै मुखै आपणै लोगौ पांदी किछै दोष लाणा थिया। 20 इथकारिए मोऐं तुऔं खै बोएदै राए, कै तुंआरी भैटिंयु औरौ बातचीत कौरु; जिथुकै इस्राएल देश कै आशा कारिए जू की मसीह औसौ इयौं शांगुल़ी लैई जोकड़ेयौंदा औसौ।” 21 तिनुऐ तैसीखै बुलू, “ना आमुए तैरै बारै मुंजी यहूदिया प्रदेश कै लोगौ शै चिट्ठियां पैई, औरौ ना अमारै लोगौ मुंजीदै कोसीए आयौ खै तैरै बारै मुंजी किछै बौतौऊं औरौ ना बुरु बुली। 22 पौरौ तैरा विचार का औसौ? ऐजौ आमै तुंवादौ शुणणौ चोऊं, जिथुकै आमु जाणुए कै हरेक जौगैह ऐसी मतो कै खिलाफ दी बातौ हौं।” 23 तोबै तिनु यहूदी लोगै पौलुस कै साथै ऐक दूस राखौ, औरौ बौहितै लोग तैसकै इथै कौठै होवे, औरौ सै पौरमेशवर कै राज्य कै गवाही दैन्दा रौआ, औरौ मूसा कै कानून औरौ पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै कै किताबो पौरैशौ यीशु कै बारै मुंजी सौमझाए-सौमझायौ झीशो शै बैल़खै तौड़ी बौतांदा रौआ। 24 तोबै किछै लोगै पौलुस की बातौ पांदी बिशवाश कौरा औरौ किछै लोगै बिशवाश नी कौरी। 25 जोबै सै आपी मुंजी ऐक मत ना होई, तौ पौलुस कै इयौं ऐकी बातौ कै बौलणौ पांदी हौटै गौवै, “पवित्र आत्माए यशायाह पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै कै दवारा तोंवारै पुराणिया शै ठीक ही बौल़ौ, 26 ‘जायौ खै इनु लोगौ खै बौल, सै दैखौ तौ औसौए, पौरौ तिनकै किछै दैखियौं ना, औरौ सै शुणौ तौ औसौए पौरौ किछै बै ना सौमझौ; 27 जिथुकै इनु लोगौ कै मन काठै, औरौ तिनकै कान भारी हौए गौवै, औरौ तिनुऐ आपणी आखी बन्द कौरे रैई, ऐशै नी हौं कै सैजै कौलोंई आखी लैई दैखौ, औरौ कानो लैई शुणौ औरौ मनो शै सौमझौ औरौ फिरो औरौ हांव तिनुखै ठीक कौरु।’ 28 इथकारिए तुऐं जाणै पाव, कै पौरमेशवर कै ऐजै उध्दार कै कथा बैगानै यहूदी लोगौ कै धोरे भैजै राए, औरौ सै अपनांदै।” 29 जोबै तैणै ऐजौ बौल़ौ तौ यहूदी लोग आपी मुंजी बैहस कौरदै लागै औरौ सै तिथैदै हौटै गौवै। 30 औरौ पौलुस पूरै दो साल तौड़ी आपणै किराए कै घोरो दा रौआ। औरौ जू तैसकै धोरे आंव थिए, तिनु सौबीआरी भैटिंदा रौआ। 31 औरौ बिना रौक-टोक औरौ बौहिता निडर हौयौ खै पौरमेशवर कै राज्य का प्रचार कौरदा औरौ प्रभु यीशु मसीह की बातौ शिखांदा रौआ। |
Sirmauri New Testament (सिरमौरी नौवाँ नियम), 2016 by The Love Fellowship is licensed under a Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International License.
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