1 कुरिन्थियों 12 - सिरमौरी नौवाँ नियमआत्मिक वरदान 1 ओए रै बिशवाशी भाईयों, तैसी सवाल कै बारै मुंजी जू तुऐं वरदानो कै बारै मुंजी पूछै राए जू पवित्र आत्मा आमुखै दैंव, हांव चोऊं कै तुऐं तिथकै बारै मुंजी आछै तरीकै शै सौमझौ। 2 तुऐं जाणौए, कै जोबै तुऐं अबिशवाशी थिए, तौ तुऐं तिनु गुंगी मूर्तियों कै आराधना कौरणौ कारिए कैई बातौ कै दवारा भोटके रौवै थिए। 3 इथकारिए हांव चोऊं कै तुऐं सौमझौ कै जू कुणिए पौरमेशवर कै आत्मा कै अगुवाई लैई बौल़ौ, सै ना बौल़ौ कै यीशु शरापित औसौ; सिरफ पवित्र आत्मा ही औसौ जू कोसी कै बै बौलणौ कारिए काबिल बाणै सौकौ, कै यीशु प्रभु औसौ। 4 ऐबै कैई भान्त कै आत्मिक वरदान औसौ, पौरौ ऐजा सैजाई पवित्र आत्मा औसौ जू तिनु सौबी वरदान कै दैंव, 5 जोई-जोई भांत कै काम औसौ जू आमु प्रभु कै खातिर कौरु पौरौ आमै सौबै ऐकैई प्रभु कै सेवा कौरु। 6 कैई जोई-जोई तरीकै शै पौरमेशवर अमारै जीवन दै काम कौरौ, पौरौ पौरमेशवर ऐकैई औसौ जू आमु सौबी कै जरिए काम कौरौ। 7 पौरमेशवर हरेक बिशवाशियौं कै मौदद कौरणौ कारिए पवित्र आत्मा कै हौणौ का सबूत दैंव। 8 पौरमेशवर का आत्मा ऐकी आदमी खै तौ बुध्दि का सौंदेश बौलणौ कै वरदान दैंव औरौ सैजाई आत्मा कोसी औकै आदमी खै ज्ञान का सौंदेश बौलणौ कै वरदान दैंव। 9 सै ऐक आदमी खै मसीह दा बैजाए बिशवाश कौरणौ का वरदान दैंव; औरौ कोसी खै बीमार लोगौ खै ठीक कौरणौ कै वरदान दैंव। 10 आत्मा ऐक आदमी खै चौमत्कार कौरणौ का वरदान दैंव; ओकी कै, पौरमेशवर कि बातौ बोताणौ का वरदान; औरौ कोसी खै आछी औरौ बुरी आत्माओं कै पौछेयाण कौरणौ का वरदान दैंव। कोसी आदमी खै सै कैई भाषाओं दै बात कौरणौ का वरदान दैंव जू तिनुऐ ना शिख रैई, औरौ ओकी खै कैई भाषाओं कै मतलब बौताणौ का वरदान दैंव जू तिनुऐ शिख ना रैई। 11 पौरौ ऐजा सिरफ पौरमेशवर का आत्मा औसौ जू इनु सौबी वरदानो का दैणौवाल़ा औसौ, औरौ सै सैजाई औसौ जू तिनु हरेक खै जैशै सै चांव तैशै बांडो। शोरीर एक: अंग बौहितै 12 जिथुकै जैशैखै आदमी का शोरीर ऐक औसौ औरौ तैसकै शोरीर कै अंग बौहितै औसौ, औरौ तैसी शोरीर कै सौबै अंग, बौहितै हौणौ पांदी बै सौबै मिलैयौ ऐकैई शोरीर कै औसौ तैशैखैई मसीह बै औरौ तैसी पांदी बिशवाश कौरणौवाल़ै बिशवाशी बै ऐक औसौ। 13 जिथुकै आमै सौबीए का यहूदी, का बैगानै यहूदी लोग, का गुलाम, का आज़ाद ऐकैई आत्मा कै दवारा ऐकैई शोरीर हौणौ कारिए बपतिस्मा लौआ, औरौ आमु सौबी कै ऐकैई आत्मा भैटी रौए। 14 अमारै शोरीर दा ऐकैई अंग ना आथी, पौरौ बौहितै औसौ। 15 मानै पांव, जै लात बौल़ौ, “हांव हाथ ना आथी इथकारिए हांव शोरीर का अंग ना आथी।” तौ का तिथकै ऐशै बौलणौ लैई सै शोरीर का अंग ना रौंव? 16 औरौ जै कान बौल़ौ, “हांव आख ना आथी इथकारिए हांव शोरीर का अंग ना आथी।” तौ का तिथकै ऐशै बौलणौ लैई सै शोरीर का अंग ना रौंव? 17 जै सारा शोरीर आख ही हौंदा तौ कुकै दो शुणदै? जै सारा शोरीर कान ही हौंदा तौ कुकै दो शिंघदै थिए? 18 पौरौ सौथीखै पौरमेशवरे अमारै शोरीर कै सौबै अंग खै आपणी इछा कै हिसाब शै शोरीरो दा तैशणाई ठाँव दैय राए। 19 जै ऐकैई अंग हौला, तौ कुणजाई शोरीर ना हौंदा। 20 इथकारिए, बैशक शोरीर कै कैई अंग औसौ, तोबै बै ऐकैई शोरीर औसौ। 21 आख हाथौ खै ना बौल़ै सौकौ, “मुखै तैरै जौरुरत ना आथी,” औरौ ना मुंड लातो खै बौल़ै सौकौ, “मुखै तोंवारै जौरुरत ना आथी।” 22 इथकै बजाय शोरीर कै सैजै अंग, जू कमजोर जाणियौ, बैजाए जौरुरी औसौ। 23-24 औरौ जिनु भागो खै आमु कम आदर कै लायक मानु तिनु सौबी दै जादा ध्यान शै लुस्कै बोम्बोऊं। इथकारिए आमै ध्यान शै तिनु भागो कै रक्षा कौरु जिनु ना देखणा चैंई, जोबै कै जादा आदर लायक भागो खै खास दैखभाल कै जौरुरत ना हौंव। इथकारिए पौरमेशवरे शोरीर खै ऐशैखै बाणै राए कै तिनु भागो खै जादा आदर औरौ दैखभाल दी जांव जिथकै अहमियत कम औसौ। 25 पौरमेशवरे ऐशै इथकारिए कियु ताकि शोरीरो कै किछै अंग दै ऐकी दूजै कै साथै झोगड़ा नै हौंव, पौरौ तिनु ऐकी दूजै कारिए ऐक जैशणै दैखभाल हौणै चैंई। 26 जै शोरीर का कुणजाई अंग दुख पांव, तौ तैसकै साथै शोरीर कै औकै सौबै अंग बै दुख पांव। जै कोसी ऐकी अंग कै इज्जत बौढ़ौ तौ सौबी अंग कै इज्जत बौढ़ौ। 27 ऐशैखैई तुऐं सौबै मिलैयौ मसीह कै शोरीर औसौ, औरौ तुऔं मुंजीदै हरेक तैसकै शोरीर कै अंगो कै जैशणै औसौ। 28 कलीसिया दै पौरमेशवरे कैई भान्त कै काम दैय राए आगै सैजै लोग जू तैसकै चोणेयौंदे चैलै औसौ, औकै पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै औसौ जू तैसकै बातो खै बौल़ौ, तिजै सैजै लोग जू शिखाणौ वाल़ै औसौ। तिथकै बाद, सैजै लोग जिनु कै तैणै चौमत्कार कौरणौ का औधिकार दैय राए। तोबै सैजै जिनु ओकी कि मौदद कौरणौ कै काबलियत भैटी रौए, तोबै सैजै जू अगुवे औसौ, तोबै सैजै जिनु पवित्र आत्मा दवारा कैई नुई भाषाओं कै बौलणौ कै काबलियत भैटी रौए। 29 इथकारिए सौब चोणेयौंदे चैलै ना आथी, सौब पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै ना आथी, सौब उपदैशक ना आथी औरौ सौबवे शौकतै कै काम कौरणौवाल़ै ना आथी। 30 सौबी खै ठीक कौरणौ का वरदान ना भैटी रैई औरौ सौबवे कैई भान्त कै नुई भाषा ना बौल़ौ। 31 सौबवे भाषा का मतलब बौताणौ वाल़ै ना आथी, इथकारिए तुऔं ईमानदारी शै सौबीआरी इस्तैमाल हौणौवाल़ै वरदानो कै इछा कौरणै चैंई। पौरौ ऐबै आंव तुऔं सौबी दी आछै बाट दिखोऊ। |
Sirmauri New Testament (सिरमौरी नौवाँ नियम), 2016 by The Love Fellowship is licensed under a Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International License.
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