प्रकाशितवाक्य 9 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधानपांज़ूई नाद बाज़णीं 1 ज़ांऊं पांज़ूऐ स्वर्ग दूतै नाद बाज़ी ता मुखा शुझुअ स्वर्गा का पल़अ एक तारअ पृथूई लै, और तेऊ लै दैनी नथहऐ कूंडे कुंज़ी। 2 तेऊ नथहअ कूंड खोल्हअ और तेऊ कूंडा का उझ़ुअ बडी भठी ज़िहअ धूँ, और तेऊ कूंडे धूँआं करै हुई बागरी और सुरज़ हुअ न्हैरअ। (योएल 2:10,30) 3 तेऊ धूँआं का निखल़ै रैट्टै और तिन्नां लै दैनी पृथूईए बिंच़ू ज़ेही लोगा लै डाम्हणें शगती। (प्रगट की दी गल्ला 9:5) 4 तिन्नां रैट्टै का डाहअ इहअ बोली, “नां ता पृथूईए घाहा, नां ता हरै भरै बूटा लै हान्नी करी। पर तिन्नां मणछा लै करै हान्नी ज़सरै माथै परमेशरे मोहर नांईं होए लागी दी।” (यजकेल 9:4) 5 तिन्नां रैट्टै लै मारनैओ हक ता निं दैनअ पर तिन्नां लै दैनअ पांज़ा भिन्नैं तैणीं लोगा लै दुखा दैणैंओ हक, और तिन्नें दाह ती एही कि ज़ेही बिंच़ू खाई करै दाह उझ़िआ। 6 तिन्नां धैल़ै लागणै लोग मौता लोल़ै, नां तिन्नां खाणअ नां तिन्नां पिणअ, तिन्नां मांगणीं मौत पर मौत बी डेऊणीं तिन्नां का दूर! (आयूब 3:21; यिर्मयाह 8:3) 7 तिंयां रैट्टै तै ज़िहै जुधा लै तैर किऐ दै घोल़ै ज़िहै और तिन्नें मुंडा दी ज़ाण्हिंआं तै ज़िहै सुन्नें मुगट और तिन्नें मुंह तै मणछा ज़िहै। (योएल 2:4) 8 तिन्नें शराल़ तै बेटल़ी ज़िहै और दांद शेरा ज़िहै। 9 तिन्नैं ती हिक्का दी ज़ेही लोहे हीकबंद बान्हअ द और तिन्नें फैंखे छ़ेल़ ती एही ज़िहै रथ और खास्सै घोल़ै जुधा लै ठुर्हा। (योएल 1:6) 10 तिन्नें लिंघणैं तै बिंच़ू ज़िहै और तेथ त बिंच़ू ज़िहअ बिश। तिन्नां लै ती पांज़ा भिन्नैं तैणीं तिन्नां मणछा लै दुखा दैणैं शगती दैनी दी, और सह आसा ती तिन्नें लिंघणैं दी। 11 नथहऐ कूंडो दूत आसा त तिन्नां प्रैंदै राज़अ, तेऊओ नांअ त इब्रानी बोली दी “अबदोन” और यूनानी दी “अपुल्योन”। 12 पैहली खरी गई बिती, भाल़ा, ऐबै आसा एता बाद दूई खरी होर हणैं आल़ी। छ़ऊई नाद बाज़णीं 13 ज़ांऊं छ़ऊऐ स्वर्ग दूतै नाद बाज़ी ता ज़ुंण सुन्नें बेदी परमेशरे सम्हनै आसा, तेते च़ऊ कूणैं शींगा का शूणअ मंऐं एक बोल। 14 सह बोल ज़ाण्हिंआं त इहअ कि सह बोला छ़ऊऐ स्वर्ग दूता लै ज़हा का नाद ती कि, “तिन्नां च़ऊ दूता खोल्ह, ज़ुंण बडी नदी फुराता नेल़ आसा बान्हीं डाहै दै।” 15 तिंयां च़ार दूत खोल्है, तिंयां तै तैहा और तै तेसा ई घल़ी, तेसा ई धैल़ी तेसा ई भिन्नैं और तेसा ई साला तैणीं बान्हीं डाहै दै और सह बगत गअ त पुजी कि संसारे मणछे सारी गिणती दी चिऊथै निसबा बराबर लोगा मारी पाए। 16 फौज़े शुंआरे गिणती ती बिह करोल़, मंऐं शूणीं तिन्नें गिणती। 17 मुखा शुझुऐ घोल़ै और तिन्नें इहै शुंआर, तिन्नें हीकबंद तै आगी और धूम्रकांत, और गंधका ज़ेही लाल, और तिन्नें घोल़े मूंड तै शेरे मुंडा ज़िहै और तिन्नें खाखा का निखल़ा ती आग, गंधक और धूँ। 18 ज़ुंण माहा मरी; मतलब-आग, धूँ और गंधका का ज़ुंण तेऊए मुंहां का निखल़ा ती, तेता करै पाऐ तिन्नैं मणछा मांझ़ै चिऊथअ निसब मारी। 19 किल्हैकि लोगा मारना लै ती तिन्नां घोल़े शगती ती तिन्नें खाखा और तिन्नें लिंघणैं दी; तैहीता तिन्नें लिंघणैं दानुईं ज़िहै तै और तिन्नां लिंघणैं दी तै मूंड बी और एता करै ई दैआ तै तिंयां दुख। 20-21 बाकी मणछ, ज़ुंण तिन्नां माहा मरी करै नांईं मूंऐं, तिन्नैं निं आपणैं बूरै कामां का मन बदल़अ। तिन्नैं निं हत्या, ज़ादू टोणअ, कंज़रैई, च़ोरी करनी छ़ाडी। तिन्नैं निं भूत और तिन्नां च़िज़े भगती और पूज़ा करनी छ़ाडी ज़ुंण तिन्नैं आपणैं हाथा करै आसा बणांईं दी, ज़िहै कि सुन्नैं, च़ंदी, पितल़, पात्थर और काठा करै बणीं मुर्ति ज़ुंण नां भाल़ी सकदी और नां शूणीं और नां हांढी सकदी। (2 इतिहास 34:25) |
This work is licensed under Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 License.