प्रकाशितवाक्य 13 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधानदूई पशू 1 तेखअ भाल़अ मंऐं एक होर पशू समुंदरा का निखल़दअ, तेऊए तै दस शींग और सात मूंड तेथ तै राज़ मुगट और तेथ ती परमेशरा लै निंदा लिखी दी। (दानिएल 7:3; प्रगट की दी गल्ला 12:3) 2 ज़ुंण सह एक होर पशू मंऐं भाल़अ, सह आसा त च़राघा ज़िहअ और तेऊए खूर तै भालू ज़िहै और तेऊओ मुंह त शेरा ज़िहअ और तेसा बडी दानुईं दैनी आपणीं राज़गादी और आपणअ सारअ हक और आपणीं सारी शगती तेऊ लै। 3 मंऐं भाल़अ तेऊए मुंडै एक बडअ भारी बडअ खाढ पल़अ द, और सह ज़ाण्हिंआं त ज़िहअ कि एतरै बडै ज़खमा करै मरनअ सह। पर सह हुअ राम्बल़अ और सारी पृथूईए लोग प्राछुऐ तेता भाल़ी और तिंयां लागै तेऊए मनी तेऊ पिछ़ू हांढदै। 4 तिंयां लागै तेसा बडी दानुईंए भगती और पूज़ा करदै, किल्हैकि तैहा दैनअ त तेऊ पशू लै आपणअ हक। तिन्नैं की इहअ बोली करै तेऊ पशूए पूज़ा कि, “एऊ पशू बराबर शगती आल़अ निं कोहै आथी और एऊ संघै निं कोहै जुध करी सकदअ।” 5 तेऊ पशू भेटअ आपणैं बारै घमंड करनैओ और परमेशरे निंदा करनैओ हक। एऊ कामां करनैओ हक भेटअ तेऊ बयाल़ी भिन्नैं तैणीं। 6 तेऊ पशू खोल्ही परमेशरे निंदा करना लै आपणीं खाख और तेऊ की तेऊए नांओंए और पबित्र ज़ैगा ज़िधी सह रहा तेते निंदा और तिन्नां सोभी लोगे निंदा ज़ुंण स्वर्गै रहा। 7 तेऊ पशू लै दैनअ इहअ हक कि पबित्र लोगा संघै जुध करे और तिन्नां हारी पाए। तेऊ लै दैनअ हर खांनदान, हर लोग और हर भाषा दी और हर ज़ाती दी हक। (दानिएल 7:21) 8 पृथूई दी तिंयां सोभै रहणैं आल़ै ज़सरै नांअ संसारे मूल़ का पैहलै तेऊ मिम्मूं ज़िन्दगीए कताबा दी नांईं लिखै, तिंयां लागै तेऊ पशूए भगती और पूज़ा करदै। 9 “ज़ै कुंण समझ़णअ च़ाहे तै दै एसा गल्ला दी धैन कि परमेशरे आत्मां मंडल़ी लै किज़ै बोला! 10 “ज़हा कैद खानै दी डेऊणअ, सह हणअ कैद, “ज़ुंण तलबारा करै मारे, सह बी मारनअ तलबारा करै, “पबित्र लोगो विश्वास और सबर आसा एता ई दी।” (प्रगट की दी गल्ला 14:12) 11 तेखअ भाल़अ मंऐं एक होर पशू पृथूई का निखल़दअ, तेऊए तै होछ़ै मिम्मूं ज़िहै दूई शींग पर सह करा त तेसा बडी दानुईं ज़ेही गल्ला। 12 एऊ का त तेऊ पैहलै पशूओ सारअ हक और एऊ पशू बोलअ ज़ोरा-ज़ोरी पृथूई और तेथ दी रहणैं आल़ै सोभी लोगा का तेऊ पैहलै पशूए पूज़ा करना लै ज़सरअ सह खाढ पल़अ द ज़खम ठीक हुअ त। 13 सह दुजअ पशू बी रहैऊआ त बडै-बडै नछ़ैण और च़मत्कार, इधी तैणीं कि लोगे आछी सम्हनै बरशाऊआ त सह सरगा का पृथूई दी आग बी। (1 राज़ा 18:24-29) 14 कई लोगा पल़अ एऊ दुजै पशू करै असर और तिंयां पेठै इना रहैन करनै आल़ै कामां भाल़ी सत्ता का कबाता ज़ुंण एऊ पशू पैहलै पशूए शगती करै किऐ तै। संसारे सोभी लोगै बोलअ तेऊ दुजै पशू लै तेऊ पैहलै पशूए पूज़ा करने तैणीं मुर्ति बणांणा लै ज़ुंण तलबारे तेतरै बडै ज़खमा करै बी निं मूंअ पर सह हुअ त राम्बल़अ। 15 तेऊ दुजै पशू लै दैनअ तेऊ पैहलै पशूए मुर्ति दी शाह पाणैओ हक ताकि सह बोलदी लागे और ज़ुंण लोग तैहा मुर्तिए पूज़ा नांईं करै तिन्नां सह पशू मारी पाए। (दानिएल 3:5-6) 16 तेऊ दुजै पशू लाई ज़ोरा-ज़ोरी होछ़ै-बडै, गरीब-सेठ, गुलाम-आज़ाद सोभिए दैहणै हाथै या माथै तेऊ पैहलै पशूए नांओंए मोहर। 17 तेऊ किअ अह एते तैणीं कि कोहै मणछ निं किज़ै लई और बेच़ी सकदअ ज़ै तेऊ दी तेऊ पैहलै पशूए नांअ या नंबर नांईं होए छ़ापअ द। 18 एता समझ़णा लै लोल़ी बुधि। ज़हा का बुधि आसा सह सका समझ़ी कि एऊ पशूए नंबरो कै मतलब आसा। किल्हैकि अह आसा एकी मणछो नांअ और 666 आसा अह नंबर। |
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