याकूब 5 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधानसेठ लोगा लै चतैनगी 1 हे सेठ मणछो, तम्हैं बी लआ शूणीं, तम्हैं लाआ आपणीं आजू एछणैं आल़ी खरी लै लैल़ा। 2 थारी ज़ैदात हणीं बरैबाद, और थारै झिकल़ै लै लागणै ल्हऐ। 3 थारै सुन्नैं च़ंदी दी गई खई लागी और तेसा खई खाणअ थारअ मास आगी ज़िहअ। अह ज़ैदात ज़ुंण तम्हैं कठा आसा की दी एता दैणीं खिरी थारै खलाफ गवाही ज़ेभै परमेशरा न्याय करनअ। 4 हेरा, ज़ुंणी मज़दूरै थारै खेचै लऊंणेओ काम किअ, तिन्नें मज़दूरी ज़ुंण तम्हैं धोखअ दैई करै खाई, सह लागी लैल़ा लांदी, और तिन्नां लऊंणे आल़े लेरा पकारा गई स्वर्गे फौज़े प्रभू सेटा पुजी। (लेबी बधान 19:13) 5 तम्हैं रहै पृथूई दी आल-मस्ती दी लागी, और तम्हैं हेरअ बडअ भारी सुख भोग करी। आपणीं दिले च़ाहा पूरी करै आसा तम्हैं इहै मोटै हुऐ दै ज़िहै काटणा लै गाभू। 6 तम्हैं पाअ धर्मीं दोशी बणांईं करै मारी ज़ुंणी थारअ किछ़ै निं बगाल़अ त। सबर करनअ 7 भाईओ, प्रभू एछणैं तैणीं करा सबर, हेरा, ज़िम्मींदार बी करा पृथूईए किम्मती फल़े आशा डाही करै पैहली और खिरी हणैं आल़ी बरसाती तैणीं सबर। (बधान 11:14) 8 इहअ ई करा तम्हैं बी सबर, और आपणैं दिला करा मज़बूत, किल्हैकि प्रभू एछणें शुभ धैल़ी आसा नेल़। 9 भाईओ, एकी दुजै लै निं दोश लाई न्यायी बणां, ताकि तम्हां लै बी कुंण दोश नां लाऐ, हेरा, ईशू आसा छ़ेकै एछणैं आल़अ और तेऊ करनअ म्हारअ न्याय तम्हैं समझ़ा इहअ कि सह आसा दुआरै खल़्हुअ द। 10 भाईओ, ज़ुंणी परमेशरे गूरै प्रभूए नांओंऐं गल्ला की, तिन्नां समझ़ा दुख ज़िरनै और सबर करना लै आपणअ आदर्श। 11 हाम्हां का थोघ निं आसा कि परमेशर करा सबर करनै आल़ै मणछो अदर, तम्हैं आयूबे सबर करने बारै ता आसा शूणअ द, और प्रभू बाखा ज़ुंण तेतो भाग तेऊ भेटअ तेतो बी आसा तम्हां का थोघ, ज़िहअ करै प्रभूए खास्सी झींण प्रगट हआ। 12 पर ए मेरै भाईओ, सोभी का बडी गल्ल आसा अह कि ज़ेभै बाहिदअ करे तेभै निं झ़ुठअ सकल़्प करी, नां स्वर्गै, नां पृथूईए, नां कोई बी च़िज़े। थारअ “हाँ” करनैओ मतलब लोल़ी “हाँ” हुअ और थारी “नांह” करनैओ मतलब लोल़ी “नांह” हुअ। नांईं ता परमेशरा दैणीं तम्हां लै एकी धैल़ै सज़ा। प्राथणां करने शगती 13 ज़ै तम्हां मांझ़ै कोई दुखी होए; ता सह करै प्राथणां। ज़ै तम्हैं खुशी होए, ता प्रभूए स्तोती करना लै बोलै भज़न। 14 ज़ै तम्हां मांझ़ै कुंण बमार होए, ता विश्वासीए मंडल़ी का विश्वासी मंडल़ीए सैणैं शादै, और तिन्नैं करनी प्रभूए नांओंऐं तिन्नां लै तेल मल़ी करै प्राथणां। 15 ज़ुंण प्राथणां तम्हैं परमेशरा सेटा विश्वास डाही करै करे तेता करै हेरनअ परमेशरा सह बमार मणछ तेसा बमारी का बच़ाऊई और ज़ै तेऊ कोई पाप बी किऐ दै होए, तेते बी भेटणीं तेऊ लै माफी। 16 तैहीता तम्हैं मना आप्पू मांझ़ै एकी दुजै सम्हनै आपणैं पाप और एकी दुजै लै करा प्राथणां, ज़िहअ करै तम्हैं भी राम्बल़ै होए, और धर्मीं मणछे प्राथणां करै सका सोभै गल्ला हई। 17 एलियाह बी त हाम्हां ज़िहअ दुख-सुख भुगतणै आल़अ मणछ, और तेऊ की लेरा लाई-लाई प्राथणां कि सरगा का निं पाणीं निं लोल़ी हुअ; और साढै चिई साला तैणीं निं भूमी दी सरग हुअ। (1 राज़ा 17:1) 18 तेखअ की तेऊ भी प्राथणां, और सरगा का हुअ पाणीं और पृथूई हुई हरी भरी। (1 राज़ा 18:42-45) 19 ए मेरै भाईओ, ज़ै तम्हां मांझ़ै कुंण सत्ता का कबाता पेठे, और तेऊ कुंण फरेऊई आणे, 20 ता सह लऐ एसा गल्ला समझ़ी कि ज़ुंण बी कबाता पेठै दै पापी मणछा राम्बल़ी बाता फरेऊई आणे, सह बच़ाऊआ तेऊए प्राण मौता का, परमेशरा करनै तेऊए पाप माफ। (सैणीं गल्ला 10:12) |
This work is licensed under Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 License.