मतीके लिखल सुसमाचार 24 - मध्य पुरविया थारूअन्तके दिनके चेन्हासब ( मरकुस १३:१-१३ , लुका २१:५-१६ ) 1 येसु जब मन्दिरसे निकैलके जाइलाग्लै तब ओकर चेलासब मन्दिके मकानसब देखाइले लगमे एलै। 2 तब येसु ओइसबके कहल्कै, “तुसब देखरहलचिही कि नै? साँचे हम तोरासबके कहैचियौ, एक पथल दोसर पथल उपर नै रहतौ, यि सब भहैरके गिरतौ।” 3 येसु जैतुन पहारमे बैठलबखत ओकर चेलासब आइबके चुपेसिना पुछल्कै, “गुरु जी, हमरासबके कहु यि बातसब कहिया हेतै? अपने दोसर बेर एबै से आ यि युगके अन्त हैबला चेन्हा कथी रहतै।” 4 येसु ओइसबके जबाफ देल्कै, “होसियार रह कि तोरासबके कोइ नै भरमाबे। 5 बहुतो लोकसब हमर नाममे एतौ आ कहतौ कि, ‘हम्ही खिरिस्ट चियै’ आ बहुतोके बहकेतौ। 6 तुसब लराइ आ लराइके हल्लासब सुनबिही। महज उ समयमे तुसब नै घबराइहे, कथिलेत पहिने यि सब हेनाइ आबस्यक छै, महज अन्त तुरन्ते नै हेतौ।” 7 कथिलेत जातीके बिरोधमे जाती आ राजके बिरोधमे राज उठतै आ बहुतो ठामसबमे अकाल आ भुमकौन एतै। 8 यीसब त कस्टके सुरुवात मातरे चियै। 9 “तब लोकसब तोरासबके पकैरके दुख दैकेलेल लजेतौ, तोरासबके मारतौ। तुसब हमरा बिस्बास करैके कारन सब जातीसब तोरासबके दुस्तौ। 10 “ओइ बखत बहुतो लोक आपन बिस्बास गुमाइतै। उ सब एक दोसरके धोखा देतै आ एक दोसरके घिरना करतै। 11 बहुतो झुठा अगमबक्तासब एतै, उ बहुतो लोकके बहकेतै। 12 “जते-तते पाप बढलाके कारन लोकसबके एक दोसरके परेममे फिका पैरजेतै। 13 महज अन्ततक असथिर रहैबला बच्याल जेतै। 14 परमेस्वरके राजके यि सुसमाचार परचार सन्सार भैर करलजेतै, ताकि सब जातीके लोकसब सुनैके मौका पाबे, तकरबादे यि सन्सारके अन्त हेतै। संकटके दिनसब ( मरकुस १३:१४-२३ , लुका २१:२०-२४ ) 15 “जब तुसब बिनास करैबला घिरनित चिज पबितर ठाममे ठारभेल देखबिही, जकर बारेमे परमेस्वरके अगमबक्ता दानिएल कहनेछै (परहैबलासब बुझे), 16 तब यहुदियामे रहैबला लोकसब पहार दिसन भागे। 17 जे घरके उपरका महलामे छै, से कोइ निचा उतैरके समानसब लैले घरभितर नै आबे। 18 खेतमे काम करैबलासब घर घुइमके आपन बस्तर लैले नै आबे। 19 महज तै दिनमे जे जनिसबके देहभारी रहतै आ कोरामे दुधपिया बच्चा रहतै ओइसबके लेल बहुत मुसकिल हेतै! 20 यि सब जार महिना आ पबितर बिसराम दिनमे नै हेबे कैहके परथना कर। 21 कथिलेत परमेस्वर पिरथिबी सिरिस्टी करल्कै तै दिनसे अखुनतक एहेन महा सङकट नै भेल छै आ नै कहियो हेतै। 22 यदी परमेस्वर उ बिपतके दिन कम नै करतै त लोकसब कोइ नै जिबित रहतै, महज परमेस्वर आपन छानल लोकसबके खातिर यि दिन कम कैरदेतै। 23 “ओइ बखत जब कोनो लोक तोरासबके कहतौ, ‘देख, खिरिस्ट एते छौ’ या ‘ओते छौ!’ उ बातमे बिस्बास नै कर। 24 कथिलेत झुठा खिरिस्ट आ झुठा अगमबक्तासब देखा परतौ। सम्भब त अचमके कामसब आ चेन्हासब देख्याके परमेस्वरके छानल लोकसबके बहकेतौ। 25 “देख, यि बात हम तोरासबके पहिनेसे कैहदेने चियौ। 26 यदी लोकसब तोरासबके ‘देख, उ सुनसान जगहमे छौ’ कैहके कहतौ त ओते नै जाइहे आ ‘देख, उ घर भितर छौ’ कैहके कहतौ त बिस्बास नै करिहे। 27 कथिलेत जनङ बिजली अकासके कोनो एक कात चम्कैछै त दोसरकातके अन्ततक इजोत देखा परैछै, अहिनङे मानबके बेटा आबैके दिनमे सबकोइ देखतै। 28 जते मरी रहैछै, गिधसब ओतै जमा हेतौ। मानबके बेटा परगट हैबला दिन ( मरकुस १३:२४-२७ , लुका २१:२५-२८ ) 29 “जब बरका महासङकटके दिनसब बित्तै सुरुज अन्हार हेतै आ चान आपन चमक दैले छोरतै, अकासके तरासब खस्तै आ अकासके सक्तीसब थर-थर काप्तै। 30 “तकरबाद मानबके बेटा आबैके चेन्हा अकासमे देखा परतै। पिरथिबीके सब जातीसब कना रोहैट करतै आ मानबके बेटाके बादलमे सक्ती आ बरका महिमाके सङे आबैत देखतै। 31 तुरहीके अबाजसङे उ आपन स्वरगदुतसबके पठेतै आ अकास आ पिरथिबीके चारु दिसरसे उ आपन छानल लोकसबके जमा करतै। अन्जिरके गाछके खिसा ( मरकुस १३:२८-३१ , लुका २१:२९-३३ ) 32 “अन्जिरके गाछसे यि पाठ सिख, जब ओइमे नरम ठार आ लबगोजा पता एल देखके तोरासबके थाह हैछौ कि गरमिके समय नजदिक एलछै। 33 “तहिनङे जब तुसब हमर यि कहल बातसब हैत देखबिही तब उ आबैबला समय चैल एलछै से बात तुसब जानिहे। 34 साच्चे हम तोरासबके कहैचियौ, जाबेतक यि सब बातसब पुरा नै हेतै ताबेतक यि पुस्ताके अन्त नै हेतै। 35 स्वरग आ पिरथिबी बित जेतै, महज हमर बचन रहबे करतै। साबधान रह ( मरकुस १३:३२-३७ , लुका १७:२६-३० ) 36 “महज उ संकटके दिन आ घरी कहिया एतै से ककरो नै थाहछै, नै स्वरगदुतसबके नै परमेस्वरके बेटाके, परमेस्वर पिता मातरे जानैछै। 37 नोआके दिनमे जेहेन भेल छेलै, हम मानबके बेटा आबैके दिनमे ओहिनङ हेतौ। 38 जल परलय से पहिने नोआ जहाज भितर नै ढुकैतक लोकसब खाइछेलै, पियैछेलै, बियाहबारी करैछेलै। 39 जब जल परलय आइबके ओकरासबके नै दहाबे लाग्लै तबतक ओइसबके थाहे नै भेलै। मानबके बेटा आबैके दिनमे ओहिनङे हेतै। 40 खेतमे काम करैले गेल दुइ गोरामेसे एकटाके लजेतै आ दोसर छोरलजेतै। 41 तैहनङे दुइ गोरा जनिसब सङे-सङे जाँत पिसैत रहतौ, महज एकटाके लजेतै त दोसरके छोरलजेतै। 42 “अहैलेल तुसब जागल रह, कथिलेकी तुसब नै जानैचिही कि तोरासबके परभु कोन दिन आइबजेतौ। 43 महज यि जानैत रह, कि चोर कोन बखत एतै कैहके मालिकके थाह हेतियै त उ जागले रहतियै आ चोरके सिन कोरके घर ढुकैले नै देतियै। 44 तै खातिर तुहुसब तैयार रह, कथिलेत तुसब नै सोचलहा बखत मानबके बेटा एतौ। 45 “के एहेन बिस्बास जोग्य आ बुधिमान नोकर चियै जेकर मालिक आपन घरके औरो नोकरसबके मुखिया बनेतै जे उ ठिकसे रेखदेख कैरके ओइसबके समयमे खान-पिनके बेबस्था करतै? 46 उ नोकर धैनके हेतै, जब मालिक एतै त ओकरा ठिकसे काम करैत देख्तै। 47 साँचे हम तोरासबके कहैचियौ, मालिक सारा सम्पतिके जिमा ओइ नोकरके देतै। 48 महज यदी दुस्ट नोकर हेतै त उ अपने आपके कहतै, ‘हमर मालिक आबैमे देरी कैररहलछै’ कैहके, 49 उ आपन जरे काम करैबला नोकरसबके मारपिट करे लाग्तै आ अपने पियकर सङे खाइ-पिये लाग्तै त, 50 ओइ नोकरके मालिक नै सोचल्हा दिन आ घरिमे चैलएतै। 51 तब मालिक ओकरा कठोर दन्ड देतै आ ओकरा कपटीसबके बिचमे फेक देतै, जते लोकसब कानैत रहैछै आ दात किटकिटाइत रहैछै।” |
© 2024 (Active), Wycliffe Bible Translators, Inc. All rights reserved.
Wycliffe Bible Translators, Inc.