रोमियो 12 - चुराही नवाँ नियमपरमेश्वरानि जींता बलिदान चाढ़ना 1 ऐठणीरै तेईनी मिंडै विश्वासी भाईयो, परमेश्वरेरी महान दयाय ला आंउ तुहां सिंउ विनती काता; कि तुवे अपांणा जीवित, पवित्र जां बधिया बंणा करि परमेश्वरानि बलिदान करि करि चाढ़ा; परमेश्वरेरी सेवा कांनेरा ऐहै सही तरीका। 2 जां इस संसारैरा मैहणुवां सैयि मेईं बणा; पण तुवाड़ै सोचणैरा तरीका परमेश्वर बदली दिया, ताकि तुवाड़ा चाल-चलन बि बदलता गहिया; जेनि ला तुवे परमेश्वरेरी भली, अच्छी जां सिद्ध ईच्छा जांणनेरी कोशिश कातै रिय्हा। 3 केईनी कि आंउ तेनी अनुग्रह ला जै मूंनी मेऔरा, तुहां मझियां सभनियां सिंउ बोलता कि जिहीं समझणु चेहिंथु, तैस किना बधि करि कोई बि अपड़ै आपा ना समझिया; मतलब ज्योता विश्वास परमेश्वरै तुहांनि दितौरा, तेठणिरै अनुसार-ऐ अपांणा समझा। 4 केईनी कि जिहीं चारै असेड़ै एकि शरीरा मझ बड़ै अंग भूंतै, पण सभनियां केरा कंम अक जेतिया ना भूंता। 5 तिहियें-चारै असै बि जै मसीह मझ विश्वासी अत्तै, सारै जंणै मसीहरै शरीरेरै अंग अत्तै जां सारै योकिया सिंउ जुड़ौरै अत्तै। 6 जां जिहीं कि तेनी अनुग्रह ला जै परमेश्वरै असुनि दित्तौरा आ, अलग-अलग वरदान मेऔरै अत्तै। जैसनि भविष्यवाणी कांनेरा वरदान मेऔरा, तैस सैकेई गलै बौलणी चेहिंथी, जैस पन सैक्या विश्वास काता, कि परमेश्वरै तेसनी शुणाई। 7 अगर कौस्केनि सेवा कांनेरा दान मेऔरा, ता सेवा काता रिय्हा। अगर कौस्केनि शिख्रांणैरा वरदान आ, ता सैक्या शिख्रांता रिय्हा; 8 अगर तुवाड़ा वरदान होंसला दींणा आ, ता तुवे हौंसल दींतै रिय्हा; अगर ऐ होरनियां केरी जरूरत पूरी कांनेरै तेईनी वरदान आ, ता खुलै-दिलै दैई; अगर कौस्केनि अगुवाय कांनेरा वरदान मेईंता ता, ऐस पूरै जोश सिंउ करा। जै दया करिया, सैक्या खुश भौ-करि करिया। मसीही व्यवहार 9 होरनियां सिंउ प्रेम कांनेरा दिखावा मेईं करा; बुराई सिंउ नफरत करा, जां जै अच्छु आ, सैक्यु लगातार कातै रिय्हा। 10 परिवारा सैयि योकिया सिंउ प्रेम कातै रिय्हा; जां होरनियां केरा ऐपु किना बधि करि आदर करा। 11 तकड़ी मैहनत करा जां आलसी मेईं बंणा; पूरै दिल सिंउ प्रभुरी सेवा कातै रिय्हा। 12 असु किनि जै उम्मीद आ, तेसेरी वजहि ला आनन्द मना; परेशानियां मझ सब्र रखा; प्रार्थना कातै रिय्हा। 13 परमेश्वरेरै मैहणुवां केरी जरुरतिरै तेईनी दान दियां करा जां मेहमाना केरा आदर कांनेरै तेईनी हर-टैंम तियार बेशा। 14 जै तुहां संतातै तैन्हांं केरै तेईनी आशीष देया, पण श्राप मेईं देया। 15 आनन्द मनांणारै सिंउ आनन्द मना, लैरी दींणारै सिंउ लैरी देया। 16 योकिया केरा तेतिया-ऐ ध्यान रखा, जेतिया तुवे अपड़ा रखतै; घमण्ड मेईं करा, पण दीन-दुखिया सिंउ मिलतै-जुलतै रिय्हा; ऐपुनि बुद्धिमान मेईं समझा। 17 बुराईरै बदलै कोसकेरी बुराई मेईं करा; जै गलै सभनियां मैहणुवां केरै तेईनी ठीक अत्ति, तेन्हैरी चिंता करिया करा। 18 अगर भौ सकतु ता सभनियां सिंउ शांति सिंउ बेशणैरी कोशिश करा। 19 विश्वासी भाईयो, तुवे ऐपु बदला मेईं ल्या, पण तैस परमेश्वरेरै गुस्सै पन छडि देया; केईनी कि पवित्र शास्त्रा मझ प्रभु बोलता, बदला लींणा मिंडा कंम आ, मूं बदला लींणा। 20 जिहीं कि पवित्र शास्त्र बि बोलता, अगर तुवाड़ा दुशमण भ्रुख्णां, ता तेसनी रोटी खला जां अगर सैक्या त्रिशणा, ता पांणी पिवा; केईनी कि ऐहीं कांने ला तैस ताउ किना लज्ज भूंणी। 21 बुराई ऐपु प्रन जितणा मेईं दिया, पण भलाई करि करि बुराई पन जीत हासिल करा। |
Churahi New Testament (चुराही नवाँ नियम), 2020 by The Love Fellowship is licensed under a Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International License.
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