2 कुरिन्थियों 6 - चुराही नवाँ नियमसेवकायरा अनुभव 1 पौलुस चांहथा थ्या, कि विश्वासी मैहणु ऐतियै कंम करिया, जेनि ला परमेश्वरेरी महिमा भुईया। जै अनुग्रह परमेश्वरै दितौरा, अगर तेनी ला असै परमेश्वरेरै तेईनी किछ ना कातै, ता तेसैरा कोई फायदा ना। 2 केईनी कि पवित्र शास्त्रा मझ परमेश्वरै बोलोरू आ; कि, “सही टैंमा पन मीं तिंडि शुणि लैई, जां उद्धार भूंणेरी धियाड़ी मीं तिंडि मजत की।” ध्यान सिंउ तका, ऐम्हीं सही टैंम आ, तका, ऐम्हीं उद्धार भूंणेरी धियाड़ी आ। पौलुसेरी मुश्किलै 3 परमेश्वरा सिंउ कंम कांनेरै नातै असै कोसेरै कंमा मझ अड़चन पेईदा ना कातै, ताकि जै सेवकाय असै कातै अत्तै, तैस पन कोई दोष ना लईया। 4 पण हर कंमा मझ असै ऐ साबित कातै कि असै परमेश्वरेरै सच्चै सेवक अत्तै। असै अपड़ै अच्छै गुणा लुहाय करि, दुख, क्लेश, गरीबी जां मुश्किलै बड़ी हिम्मती सेईतै सहन कातै। 5 असै कोड़ै ला मारै, जैल्ही मझ सुट्टै, असु पन भीड़ि उपद्रव की। असुवें बड़ी मैहनत की। असै रात-रात भर बियुझै जां भ्रुख्णै-त्रिशणै रिय्है; 6 पण असै अपांणा पवित्र रखा जां ज्ञानवान, सहनशील जां दयालु रिय्होरै अत्तै। पवित्र आत्मायरी उपस्थिति असुवां सेईतै रैही, 7 सच्चै प्रेम सिंउ, सच्चै वचना सिंउ, परमेश्वरेरी सामर्थी सिंउ असुवें कंम क्यौरा; असै धार्मिकतायरै हथियार देहिणै हत्था मझ हमलेरै तेईनी इस्तेमाल कातै जां बांऐ हत्था मझ रक्षा कांनेरै तेईनी इस्तेमाल कातै। 8 चाहै मैहणु असुनि सम्मानित करिया या अपमानित करिया; तारीफ करिया या श्राप दिया, असुवें हमेशा अपड़ै बारै मझ सच बौलु। पण किछ मैहणुवें बौलु कि असै झूठै अत्तै। 9 किछ मैहणु समझतै ऐन्हां सभ जांणतै, पण किछ समझतै कि ऐन्हां कोई ना जांणता जां किछ मैहणु असुवां मौरा मैहणुवां सैयि समझतै, पण तांबि असै जीवित अत्तै; असै मार खांणारा सैयि अत्तै, पण असै जान सिंउ ना मरतै। 10 असै दुखा मझ थ्यै, पण हमेशा खुश रींहथै;असु ऐपु किनि ता किछ ना; पण तांबि बड़ै सारै मैहणु आत्मिक रूप सिंउ धनवान बंणा दित्तै। बेशक असु किनि संसारिक धन-दौलत ना, तांबि असु किनि सभ-किछ आ। 11 हे कुरिन्थ शहरेरै विश्वासियो, असै खुलि करि तुहां सिंउ गलै क्यौरी अत्ति जां असै तुहां सिंउ सच्चै दिल सिंउ प्रेम कातै। 12 असेड़ै दिला मझ जै तुवाड़ै तेईनी प्रेम आ; तैस छपांतै नत्तै पण तुहैं सैक्या प्रेम अपड़ै दिला मझ छपा करि रखौरा; जै असेड़ै तेईनी आ। 13 पण आंउ तुहां अपड़ा बच्चा समझि करि तुहां सिंउ बोलता, कि तुवे बि अपड़ै दिला मझ जै असेड़ै तेईनी प्रेम आ, तैस छपा मेईं। अविश्वासिया सैयि कंम मेईं करा 14 अविश्वासिया सिंउ रेय्ही करि तैन्हांं केरै कंमा सैयि बुरै कंम मेईं करा; केईनी कि धर्म बाऐ जां अधर्म बाऐ कंम अक सैयि ना भौ सकतै; जां जेठि प्रगड़ु आ, तैठि अन्धारू ना भूंतु। 15 जां मसीहरा कंम अलग आ, ता शैतानैरा कंम अलग अत्तै। तिहियें चारै विश्वासिया केरै कंम जां अविश्वासिया केरै कंम बि अलग-अलग अत्तै। 16 मूर्तिया केरी परमेश्वरेरै मंदरा, मतलब असेड़ै जीवना मझ कोई जगा ना। केईनी कि असै जींतै परमेश्वरैरा मंदर अत्तै; जिहीं परमेश्वरै पवित्र शास्त्रा मझ बोलोरू आ; कि, “मूं ऐन्हां मैहणुवां सिंउ रींहणु जां तैन्हांं सेईतै-सेईतै चलणु-फिरनु; जां आंउ तैन्हांं केरा परमेश्वर भूंणा, जां सैक्यै मिंडै मैहणु भूंणै।” 17 ऐठणीरै तेईनी प्रभु असुनि पवित्र शास्त्रा मझ बोलता, कि जै परमेश्वरा ना मनतै, तैन्हांं मझां निकोहि ऐईछा जां अलग बेशा; केईनी कि सैक्यै परमेश्वरा ना मनतै। 18 जां आंउ तुवाड़ा पिता भूंणा, जां तुवे सभ मिंडै बच्चै भूंणै; ऐ सर्वशक्तिमान परमेश्वरैरा वचन आ। |
Churahi New Testament (चुराही नवाँ नियम), 2020 by The Love Fellowship is licensed under a Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International License.
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