प्रेरितन के काम 1 - बृज भासालूका के द्वारा लिखी भयी दूसरी किताब कौ परिचय 1 हे थियुफिलुस, मैंनें अपनी पैहली किताब में ईसू की सुरुआत की सेबकाई ते लैके सुरग में उठा लये जाबे के समै तक बानें जो काम करे हते और सिखाये हते बिन बातन के बारे में लिखौ है। 2 ईसू नें सुरग में उठाय जाबे ते पैहले अपने भेजे भये चेलान कूं पबित्र आतमा की सामर्थ ते आग्या दईं हतीं। 3 अपनी मौत के बाद चालीस दिनन तक बु भौत बार बिनके सामने पिरकट भयौ और सबूत दये कै बू जीबित है। बिन्नें वाकूं देखौ और बानें बिनते परमेस्वर के राज की बातें करीं। 4 एक बेर जब ईसू अपने चेलान के संग भोजन कर रयौ हतो, तब बानें अपने चेलान कूं जि आग्या दयी कै, “येरूसलेम कूं मत छोड़ियों, पर जाके बारे में तुमनें मोते सुनीऐं, मेरे पिता परमेस्वर के बा बादा कूं पूरे हैबै कौ इन्तजार करौ। 5 चौंकि तुमें यूहन्ना ने तौ तुमें पानी ते बपतिस्मा दयौ, पर कछू दिनन बाद तुमें पबित्र आतमा ते बपतिस्मा देगौ।” ईसू कौ सुरग में उठाबौ 6 जब बे सब इकठ्ठे भये तब उन्नें ईसू ते पूछी, “हे पिरभू, का तू इसरायल के राज कूं दुबारा बनाबेगौ?” 7 ईसू ने उनते कही कै, “बू समै और बातन कौ जानबौ तुमारे काजै जरूरी नांय, जिनें पिता परमेस्वर ने अपने अधिकार मेंई रखौए। 8 पर जब पबित्र आतमा तुम पै आबेगौ, तब तुम सामर्थ पाऔगे और सबरे येरूसलेम, सामरिया, यहुदिया और धरती कै छोर तक तुम मेरे गबाह ठहरौगे।” 9 जि कैहबे के बाद देखतई देखत ईसू कूं सुरग में उठा लियौ गयौ और बादरन नें उन सबन की आंखन ते छिपाय लयौ। 10 जब ईसू सुरग में ऊपर उठाय लयौ तब बे सब सुरग की ओर टक टकी लगायकै देख रये हते तबई दो जने सफेद कपड़ा पहने भये उनके सामने आयकै ठाड़ौ है गयौ। 11 और बे कैहबे लगे, “अरे गलीली लोगो तुम सुरग की ओर टक टकी लगायकें का देख रयेऔ? जा तरैह ते ईसू कूं बादरन में जाबत भये देख रयेऔ बैसेई बाय दुबारा आबत भये देखौगे।” एक नऐ भेजे भये चेला कौ चुनाब 12 फिर बे जैतून के पहाड़ पैते येरूसलेम कूं लौटे और बू पहाड़ एक किलो मीटर की दूरी के लगभग हतौ, लौट आये। 13 तब बे म्हांपै पौंहचकै ऊपर के एक कमरा में गये ज्हांपै बे रुके भये हते। ज्हांपै पतरस, यूहन्ना, याकूब, अन्द्रियास, फिलिपुस, थोमा, बरतुलमै और मत्ती, हलफई कौ बेटा याकूब, उत्साही सिमौन और याकूब कौ बेटा यहूदा रैहते हते। 14 इनके संग कछू औरतें, ईसू की मा मरियम और ईसू के भईयऊ हते। जे सब एक मन ते अपने आपकूं एक संग पिराथना में लगाये रैहत हते। 15 फिर इन्हीं दिनन में पतरस नें करीब एक सौ बीस बिसबासी लोगन के बीच में ठाड़े हैकें कही, 16 “हे भईयाओ, जि जरूरीए के परमेस्वर के वचन में लिखी भई बात पूरी होय। जो पबित्र आतमा ने दाऊद राजा के द्वारा यहूदा के बारे में पैहले तेई कैहलबाई हतीं। यहूदा ईसू कूं पकरबायबे बारेन कौ अगुबा बन गयौ हतो, 17 चौंकि बू हम मेंई गिनौ गयौ और सेबा में हमारौ संगी बनों।” 18 यहूदा की अधर्म की कमाई ते बू खेत खरीदौ गयौ। ज्हांपै बानें फाँसी लगाई हती और बाद बू मौंह के बल नीचै गिरौ और वाकौ पेट फट गयौ और वाकी सबरी आंतें बाहर निकर आयीं हतीं। 19 सबरे येरूसलेम में रैहबे बारेन ने जि मालूम पर गयी, जाके मारे उनकी भासा में बा खेत कूं हक्लदमा कहौ गयौ जाकौ मतलब “खून कौ खेत”। 20 पतरस ने कही, “चौंकि भजन संहिता में जि लिखौ भयौ है कै, “ ‘वाकौ घर उजर जाबे और बामे रहबे काजै कोई नांय बचै।’ और ‘वाकौ अधिकार कोई और दूसरौ लैलेय।’ 21-22 जामारै जि जरूरीए कै जब पिरभू ईसू हमारे बीच में हतो तब जो लोग हमेसा हमारे संग हते, बिनमें ते काऊ एक कूं चुनों जाय। यानी जब ते यूहन्ना नें लोगन कूं बपतिस्मा दैबौ सुरू करौ और जब तक पिरभू ईसू मसीह हमारे बीच में ते नांय उठाय लये गये। इन लोगन में ते एक हमारे पिरभू ईसू के फिर ते जी उठबे की गबाही दै सकें।” 23 जामारै उनने दो आदमी बताये, एक यूसुफ जो बरसब्बा कहौ जातौ जि यूसतुस नाम तेऊ जानौ जातौ। और दूसरो मत्तियाह। 24 और जि कैहके पिराथना करी कै, “हे पिरभू, तू सबन के मन कूं जानतुए और जि मालूम है जायकै तैने इन दोनोंन में ते कौन चुनों है, 25 ताकि बू चुनकें भेजे भये चेला कौ पद लै और बा सेबा कूं कर सके जाकूं यहूदा छोड़कै दन्ड भुगतने की जगैह पै चलौ गयौ।” 26 तब उन्नें दोनोंन काजै चिठ्ठी डारी और चिठ्ठी मत्तियाह के नाम की निकरी, जामारै बू उन गियारैऊन में भेजौ भयौ चेला ठहरौ। |
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