और सिपाई बी उस्सै पूँछल लगे, “हम का करैं?” बानै उनसै कैई, “किसी के ऊपर दबाब डारकै बासै पैसा ना लो और नाई किसी के ऊपर झूँटो दोस लगाऔ, पर अपनी तनखा सैई खुस रौह।”
हम दुखी लोगौ के हाँई दिखाई देवै हैं, पर हम हमेसा खुस रैहबै हैं। हम गरीब लोगौ के हाँई दिखाई देवै हैं, पर दूसरौं कै सेट बना देवै हैं। लोग समजै हैं कै हमरे धौंरे कुछ ना है तौबी हमरे धौंरे सब कुछ है।
परमेसर तुमकै अच्छे सै अच्छो बरदान देवै है, जिस्सै कै तुमरी सिगरी जरूरत पूरी हौं, और सिगरे अच्छे कामौ के ताँई तुमरे धौंरे जरूरत से बी जादा देओ गओ है।
जो जेल मै कैद हे तुमनै उनके ऊपर तरस खाओ और जब तुमरी धन-दौलत लुटल लगी तब्बी तुमनै खुसी सै लुटन दई कैसेकै तुम जौ जानै हे कै तुमरे धौंरे इस्सै बी अच्छो और हमेसा टिके रैहनै बारी धन-दौलत है।