मगर अब हम उन बातौं के ताँई मर गए हैं, जो हमकै बन्दी बनाए भए हीं। इसताँई हम नियम सै आजाद हो गए हैं। और अब हम लिखे भए नियम के पुराने रस्ता सै ना, बलकन आत्मा की नई रस्ता सै परमेसर की सेवा करैं हैं।
कैसेकै बौ आत्मा जो तुमकै मिली है, फिर सै दास बनानै या डरानै के ताँई ना है, बलकन बौ आत्मा तुमकै परमेसर की गोद लेई भई औलाद बनाबै है। जिस्सै हम “हे अब्बा, हे पिता” कैह कै परमेसर कै बुलाबै हैं।
जौ चिट्ठी मसी ईसु की सेवा कन्नै बारे पौलुस और तीमुथियुस की ओर सै, फिलिप्पी मै रैहनै बारे मसी ईसु के सिगरे बिसवासी लोगौ कै और मुखियौं कै, और सेवकौ कै,
इसको जौ मतलब ना है, कै मैं अपनो मकसद पूरो कर चुको, या सिद्द हो चुको हौं, पर बा मकसद कै पूरो कन्नै के ताँई अग्गे बढ़तो जाबौ हौं, जिसके ताँई मसी ईसु नै मैंकै अपनो बनाओ है।