“नियम और नबिऔ की भबिसबानी तौ यहून्ना जल संस्कार दैनै बारे के टैम तक रैहईं। और उस टैम के बाद सै परमेसर लोगौं के जिन्दगी मै किस रीती सै राज करैगो, उसके बारे मै सिकातो आओ, और भौत लोग जे बात मानकै परमेसर के राज मै घुसनै के ताँई कोसिस कर रए हैं।
कोई बी आदमी अपनी झूँटी दीनता सै या सुरगदूतौं की पूजा करबाकै तुमरे ईनाम कै ना लूट सकै है, ऐंसो आदमी देखी भई बातौं के पिच्छे लगो रैहबै है और अपने पाप बारी सोच के ऊपर बिना बजै के घमंड करै है।
बैसेई हम तुम सबई कै बी उपदेस, और सान्ति देवै हैं, और समजाबै बी हैं कै तुमरो चाल-चलन परमेसर कै परसन्द आनै बारो होए, जो तुमकै अपने राज और महिमा मै बुलाबै है।
बानै हमकै मुक्ति दई है और हमकै पबित्तर जिन्दगी जीनै के ताँई बुलाओ है, जौ सबई कुछ हमरे कामौ की बजै सै ना पर बा मकसद और किरपा की बजै सै भओ है। जौ बरकत हमकै जा दुनिया के बन्नै सै पैलेई ईसु मसी मै देर खाई है।
इसताँई हे मेरे बिसवासी भईयौ और बहनौ, तुम बी सुरग की बुलाहट मै हिस्सेदार हौ, इसताँई तुमरो सिगरो धियान ईसु की ओर होए जो परमेसर को भेजो भओ आदमी और बड़ो पुजारी है जिसकै हम मानै हैं।
आऔ हम मसी की सुरू की सिक्छा सै और अग्गे बढ़कै समजदार हो जाँय, जिस्सै कै बुनियाद की सिक्छा फिर सै सिकानी ना पड़ै जैसे मौत की ओर लेजानै बारे बुरे कामौ सै मन फिरानो, परमेसर मै बिसवास कन्नो,
अब परमेसर जो सिगरे किरपा को धनी है, जिसनै तुमकै मसी मै अपनी हमेसा की महिमा के ताँई बुलाओ है, तुमरो थोड़े देर को दुख सैहनै के बाद बौ खुदई तुमकै सिद्द, पक्के, सकतिसाली और तागत बारो बनागो।
परमेसर की सुरग की सकति नै हमकै बौ सब कुछ दओ है जो जिन्दगी और भक्ति के ताँई जरूरी है; और जौ सब हमनै बाके गियान पानै की बजै सै पाओ है, जिसनै हमकै अपनी बड़ाई और भलाई मै सामिल होनै के ताँई बुलाओ है।