फिर बौ थोड़ो अग्गे बढ़ो और मौह के बल गिरो, और जौ पिराथना करल लगो कै, “हे मेरे अब्बा, अगर हो सकै तौ, जौ दुख को कटोरा मैंसै टल जाय, तौबी जैसो मैं चाँहौ हौं बैसो ना, पर जैसो तू चाँहै है बैसोई हो।”
कोई मेरी जान मैंसै ना छीन सकै है, पर मैं बाकै अपने आप देवौ हौं मैंकै बाकै दैनै को अधकार है, और फिर ले लैनै को बी अधकार है। जौ आगियाँ मैंकै अपने अब्बा सै मिली है।”
मसी नै हमरे सराप कै अपने ऊपर लेकै नियम के सराप सै हमकै आजाद करो है। कैसेकै पबित्तर सास्तर मै जौ लिखो है कै, “जिसकै कुरूस मै लटका कै मारो बौ सरापित है।”
हमरे बिसवास की सुरूआत कन्नै बारे और पक्को कन्नै बारे ईसु की ओर देखते रौह। ईसु नै लोगौ की बेजती कै अनदेखो करकै कुरूस को दुख झेलो जिस्सै कै बौ उनके ताँई रखी गई खुसी कै पाऐ। अब ईसु परमेसर के सिंगासन के खाने हात बैठो है।
बौ हमरे पापौं कै अपने सरीर मै लेए भए कुरूस मै चढ़ गओ जिस्सै कै हम पापौं के ताँई मरै और धारमिकता के ताँई जिन्दगी जीऐं, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “बाईके मार खाने सै तुम अच्छे भए हौ।”
कैसेकै मसी हमरे पापौं के ताँई एकई बार मरो, मतलब की बौ निरदोस हो और अधरमी लोगौ की जघै मै एक धरमी मरो कै हमकै परमेसर के धौंरे ले जाय, पर सरीर सै बौ तौ मारो गओ हो लेकन परमेसर नै बाकै आत्मा मै जिन्दो करो हो।