फिलिप्पी 3:18 - राना थारु नयाँ नियम18 काहेकी बहुत आदमी अइसे चलत हएं, जौननके बारेमे मए तुमसे घरी-घरी कहो हओं, और अभौफिर रोए-रोएके कहात हओं, कि उनको ब्यबहार दिखात हए, कि बे क्रूसमे ख्रीष्टको मृत्युको सन्देशके बिरोध करत हएं। See the chapterपरमेस्वर को सच्चो वचन18 मैं तुमकै पहलेऊ तमान बार जौ बताओ हौं, और अब मैं जाकै आँसु के संग दोहराथौं: ऐसे भौत से लोग हैं जिनकी जिंदगी उनकै क्रूस मैं मसीह की मौत कै दुस्मन बनाए दई। See the chapter |
पर जब मए देखो, कि बे जो करत रहएं, बो अच्छो समाचारको सच्चाईके सँग अन्तर बिरोधमे रहए तओ मए सार्बजनिक रुपसे केफाससे कहो, “तुम एक यहूदी समुह हुइके फिर गैर-यहूदी समुहनको रिति-रिवाजको पालन करत हओ। और यहूदी समुहनको रिति-रिवाजको पालन नाए करत हओ। पर अगर तुम, जोकी एक यहूदी हओ, अइसो करैगे, तओ फिर तुम गैर-यहूदी समुहनके हम यहूदी समुहनको रिति-रिबाजके पालन करनके ताहीं दबाब काहे डारत हओ?”
समुन्दरको कोइ मजबुत लणुरा, फोहर फिज निकारे कता, जे आदमी फिर सरम लागन बारो काम करत हएं। जैसी कोइ-कोइ तारा, बिना दिशाके रहात हएं, और उनकेमे भर नाए पणो जाए सकत हए। अइसीयए तुमके फिर जे आदमीनके पिच्छु नाए लागन पणत हए। तभीमारे सदादीनके ताहीं अंधियारोमे परमेश्वर उनके ताहीं एक ठाउँ धरेपणे हए, जहाँ एकौ उजियारो नाए होत हए।