एक औ बात, कि मेरे ताहीं अपन घरमे एक कोठा तयार कर, काहेकी मोके आसरा हए, कि परमेश्वर तिर प्राथनाको जबाफ देबैगो, और परमेश्वर मोके जेलसे छुटाबैगो, और मए आएके तोके फिरसे देखनके पामंगो।
औ फिर बहुत बात हएं, जो मए तुमके बतान चाँहत हओं, पर मए अइसे एकए चिट्ठीमे लिखन नाए चाँहत हओं। पर आसरा हए, कि मए तुमर ठिन आमंगो, और तुमसे भेँटके बात करओं, और तओ हम एकए सँग बहुत आनन्दित होमंगे।