उ राजा जो हमेशा राज्य करछो, जो हमेशा खिन ज्यूनो रूछो, और जैस कोई नै देख सकूनो, और उई एकमात्र सच्चो परमेश्वर छै, उको आदर और महिमा हमेशा-हमेशा हुनै रौ। आमीन।
उई बखत यरूशलम शैहर में एक भौत ठूलो भूचाल आछ, और शैहर में घरून को दसवाँ हिस्सा खिती ग्यो; और उ भूचाल ले सात हजार लोग मरि ग्या, और जो लोग बच गैछ्या उन डरले रून लाग्यान और उ परमेश्वरै की महिमा करून लाग्यान जो स्वर्ग में छै।
उ जोर-जोरले कुंन मरैछ्यो, “परमेश्वर है डरा, और उकी महिमा करा, क्याखिनकि उको लोगून को न्याय करना को बखत आग्योछ। उकी अराधना करा, किलैकी उई छै जेलै स्वर्ग, और धरती और समुद्र और पानि का सोत बनायान।”
उन जोर-जोर की आवाज ले गाँ छ्या, “धन्य छै उ मेम्ना जैस मार दीई ग्यो, उ महिमा का योग्य छै। उको अधिकार महान छै। उको ज्ञान गैरो छै। उ भौत शक्तिशाली छै और उ भौत धनवान छै। आ हम उको आदर और स्तुति करा।”
“आमीन। हमार परमेश्वर, हम हमेशा तेरि महिमा करनू, तैंस धन्यबाद और आदर दीनू! हम माननू कि तै पुरी रीति ले ज्ञानवान छै, और शक्तिशाली छै, जो हमेशा खिन सब कामून करून में योग्य छै। आमीन।”