त कंटि के मुकुट बड़ाई कइ तसे मगिर पुठ ला। तोउं देहणे हथ अन्तर लठि टोवाई कइ तसे अगर बिश गे, होर तसे ईं बोल कइ फूल बणाण लगे कि “ए यहूदी मेह्णु के राजीया, तें जइ भो।”
पर परमेश्वर केईआं तेस की जवाब मेईंया? तेन बोलु, “तु अकेला नेईं बचो। मेईं अपु लिए सत हजार मेह्णु रख छो असे, जे बआल देवते पूजा अराधना करण जे उन्न नेईं कुशिए।”