प्रकाशितवाक्य 4:6 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान6 तेसा राज़गादी आजू आसा, सह ज़ाण्हिंआं शिशै ज़िहअ आर पार शुझणैं आल़अ समुंदर। राज़गादी मांझ़ा-मांझ़ी और च़ऊ बाखा आसा च़ार प्राणीं, तिन्नां आजू पिछ़ू आसा आछी ई आछी। (यजकेल 10:12) See the chapterकुल्वी6 होर तेई सिंहासना सामनै एक ब्राम्दा ती ज़ो समुन्द्रा सांही चौड़ा ती होर शीशै सांही साफ समुन्द्र ती, होर सिंहासनै रै बिच़ा न होर सिंहासनै रै च़ोहू पासै च़ार प्राणी ती ज़ौसरै आगै-पिछ़ै औछ़ी ती। See the chapterईनर सराजी मे नया नियम6 होर तेऊ सिंहासना रे सामने हेरा की बिल्लोर साही शीशे रअ समुन्द्र साहा। सिंहासना रे बीचा में होर तेत्के च़ऊ फेरे साहा च़ार प्राणी जासरे जैहै-पछ़ैहै आछी साहा। See the chapter |