फिलिप्पी 3:2 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान2 तिन्नां कुत्तै का बी रहा चतैन ज़ुंण बूरै काम करा। ज़ुंण तम्हां लै इहअ बोला कि उद्धार हणां लै आसा देही दी च़िरअ दैणअ ज़रूरी। (2 कुरिन्थी 11:13) See the chapterकुल्वी2 जंगली कुतै सांही खतरनाक लोका न साबधान रौहा, तिन्हैं तुसरा ज़बरदस्ती खतना कराणा ताकि तुसै परमेश्वरा रै लोक बणी सकलै। See the chapterईनर सराजी मे नया नियम2 कुत्ते का चुस्त रहा, त्याह बुरे कामा कर्णआले का दूर रहा त्याह काट-कूट कर्णआले का चौकस रहा। See the chapter |
किल्हैकि कई लोग आसा तम्हां संघै मंडल़ी दी ज़ुल़ै दै ज़ुंण ईशू मसीहा दी विश्वास करनैओ दखाअ करा। तिंयां निं परमेशरो अदर करदै और तिंयां दैआ एही झ़ुठी शिक्षा कि परमेशरै हेरै म्हारै पाप माफ करी और हाम्हैं सका कंज़रैई दी ज़िन्दगी ज़िऊई। तिंयां निं ईशू मंदै ज़ुंण म्हारअ एक्कै गूरू आसा और प्रभू आसा। खास्सी साला पैहलै आसा पबित्र शास्त्रा दी इहअ लिखअ द, “परमेशरा दैणीं इना इहै लोगा लै सज़ा।”
“पर ज़ुंण मुंह दी भरोस्सअ नांईं डाहे, तिंयां पाणै ज़ोरा-ज़ोरी तेऊ समुंदरा दी ज़ुंण गंधका करै ज़ल़ा, सह आसा दुजी मौत। अह इहअ नतिज़अ हणअ तिन्नां लोगो बी ज़ुंण होरी लोगा सम्हनै मेरअ नांअ लणै का डरा, ज़ुंण बूरै काम करा, ज़ुंण होरी मारी पाआ, ज़ुंण कंज़रैई करा, ज़ुंण ज़ादू करा, मुर्तिए पूज़ा करा और झ़ुठअ बोला।” (1 कुरिन्थी 6:9-10; इफिसी 5:5)