फिलिप्पी 1:23 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान23 किल्हैकि हुंह आसा दूई बाता मांझ़ै खल़अ दबिधा दी पल़अ द, ज़िऊ ता च़ाहा इहअ कि एऊ संसारा छ़ाडी डेऊं मसीहा सेटा लै, किल्हैकि सह आसा मुल्है शोभलअ। See the chapterकुल्वी23 किबैकि हांऊँ ता दुई मौंझ़ै औधा लटकू सा, ज़ीऊ ता केरा सा हांऊँ मौरिया औखै न मसीह हागै ज़ानू, किबैकि सौ बोहू शोभला सा। See the chapterईनर सराजी मे नया नियम23 किबेकि हाऊं दुही रे मेंझे लटकू दअ साहा, जी चाहंदा कि देह त्यागी करी मसीहा सेटा रहू किबेकि यह बहू ही शोभला साहा, See the chapter |
तैही करा हाम्हैं कबल्लै परमेशरो शूकर, किल्हैकि ज़धू हाम्हैं तम्हां का खुशीओ समाद खोज़अ तम्हैं निं सह मणछे गल्ला समझ़ी पर तम्हैं मनअ सह परमेशरो बैण समझ़ी करै, ज़ुंण परमेशरो ई बैण आसा। हाम्हैं निं सह आपणीं बाखा खोज़ी। हाम्हैं करा एता लै बी परमेशरो शूकर कि तेऊ बदल़ी थारी ज़िन्दगी किल्हैकि तम्हैं करा एऊ खुशीए समादा दी विश्वास।