2 थिस्सलुनी 1:9 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान9 तिंयां हणैं प्रभू का सदा लै ज़ुदै और तिंयां निं परमेशरे महान प्रतपे शगतीए साझ़ू हणैं तेऊ दैणीं तिन्नां लै सज़ा कि तिंयां हणैं सदा लै खतम। (प्रगट की दी गल्ला 21:8; मत्ती 25:41,46; याशायाह 2:19,21) See the chapterकुल्वी9 तिन्हां प्रभु रै सामनै तेइरी महिमा रै शक्ति न दूर होईया हमेशा विनाशा री सज़ा पाणी। See the chapterईनर सराजी मे नया नियम9 त्याह प्रभु रे सामने तेऊरी शक्ति री महिमा का दूर होई करे अनन्त बिनाशा रा दण्ड पाऊणा। See the chapter |
ज़ेही समुंदरे बडी-बडी छ़ाली बासली शेफा छ़ाडा, तिहै करा ईंयां लोग शर्मिंदै करनै आल़ै काम। तिंयां आसा इहै तारै ज़िहै ज़ुंण सिधी बाता निं हांढदै, तिंयां निं ठीक बात खोज़ी सकदै। तम्हैं निं इना लोगा ज़िहै हई। परमेशरै आसा इना लोगा लै एक ज़ैगा डाही दी ज़िधी सदा न्हैरअ रहणअ, ज़िधी प्रैशअ आथी ई निं आथी। (याशायाह 57:20)
“पर ज़ुंण मुंह दी भरोस्सअ नांईं डाहे, तिंयां पाणै ज़ोरा-ज़ोरी तेऊ समुंदरा दी ज़ुंण गंधका करै ज़ल़ा, सह आसा दुजी मौत। अह इहअ नतिज़अ हणअ तिन्नां लोगो बी ज़ुंण होरी लोगा सम्हनै मेरअ नांअ लणै का डरा, ज़ुंण बूरै काम करा, ज़ुंण होरी मारी पाआ, ज़ुंण कंज़रैई करा, ज़ुंण ज़ादू करा, मुर्तिए पूज़ा करा और झ़ुठअ बोला।” (1 कुरिन्थी 6:9-10; इफिसी 5:5)