1 थिस्सलुनी 3:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 किल्हैकि ज़धू पैहलै बी तै हाम्हैं तम्हां सेटा, तधू रहा तै हाम्हैं तम्हां का बोलदै लागी कि हाम्हां लागणै दुख-सांगट ज़िरनै और इहअ ई हुअ, एसा गल्लो बी आसा तम्हां का थोघ। See the chapterकुल्वी4 किबैकि पैहलै बी ज़ैबै आसै तुसरै औखै ती ता तुसै बोला ती कि आसाबै दु:ख सौहणै पौड़नै होर ऐण्ढाऐ हुआ होर तुसै जाँणा भी सी। See the chapterईनर सराजी मे नया नियम4 किबेकि पहिले भी, जेबा हामे थारे अखे थी, तेबा तमाबे बोला थी, कि हामा दुःख सहना पड़णा होर एडा ही होऊ, होर तमे जाणा भी। See the chapter |