1 पतरस 3:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 पर तम्हैं बणां भितरी थारै दिला का शोभा दैणैं आल़ी ज़ुंण सदा रहा। मतलब थारअ सिधअ-सादअ सभाब और शांत बभार ज़ेतो मोल परमेशरे आछी दी खास्सअ आसा। See the chapterकुल्वी4 तुसै आपु बै तिन्हां गुणा न बाँकै बणना चेहिऐ ज़ो कैधी नी बदलदै। मतलब एक नम्र होर शांत स्वभावा री परमेश्वरै री नज़री न बड़ी कीमत सा। See the chapterईनर सराजी मे नया नियम4 पर थारा गोझुदा होर गुप्त मनुष्यत्व, नम्रता होर मना री दीनता री अविनाशी सजाबटा का सजी दजी रहे, किबेकि परमेश्वरा री नजरा में एउरी किमत बड़ी साहा। See the chapter |