मंग जबा पौलुस ला यो मालुम चलयो का उनमा लक अरधा लोक फरीसी अना अरधा लोक सदुकी सेत तबा मोठो सभा को बीच ओने जोरलक कहीस; मि एक फरिसी सेउ। अना एक फरिसी को टूरा सेउ। मरन को मंघा जित्तो होवन को बारे मा, मोरो आसा को कारन, “मोरो पर मुकदमा चलायो जाय रव्ही से।”
उ जहाज घाट, थन्डी को मौसम मा ठैयरन को लायक नहोती। एकोलाय लगत लोकगिन ना हो सके तो फिनिकस जावन को ठानीन। अना थन्डी उतानी बितावन को इरादा बनाइन। फिनिकस किरेति देस को एक असो जहाज घाट सेत। जेन को मुख दक्सिन अना दिवस बुड़ती, अना उत्तर दुई को पुड़ा सेत।
मी आपरो देह ला तकलीप देवासू, अना वोला आपरो बस मा राखासू। कही असो ना भई जाय का दुसरो ला परचार को मघा, मी खुद वोको पर चलनवारा नही बनू कही लोक असो ना कव्हे का “दियो खाल्या अँधार सेत।”
एना कारन जबा मोरो लक अखीन न सहयो गयो त मीना तुमरो भरोसा की घटना जानन लाई धाड़ियो, काही असो नही होवा का परखन वालो न तुमरी परिक्सा करी रहेस अना हमारो महेनत बेकार भय जाहेत।
अबा मोरो लाई धरम को उ मुकुट सजायके राखयो गयो से जोन पिरभू नेक अना न्याय करन वालो सेव मोला वोना दिवस देहे अना मोला च नही वरन वय सब ला जोन पिरेम को संग वोको परगट होवन को बाट चोविसेत। निजि सूचना
आई-माई गिनना दुबारा जित्तो होवन को कारन लक, आपरो मरोयो हुया ला दुबारा पाइन। काही लोकगीन ला मोठयो दुख दियो गयो पर उनना सूटकारा नही चाहयो, जेनको लक की वय एक साजरा मग जित्तो होवनो ला पाय सकेत।