तब पोलुस न यू जान ख की एक दल सदूकीहुन अर दूसरो फरीसी हुन को हैं, सभा म पुकार ख कय्हो “भई हुन, मी फरीसी अर फरीसी हुन को खानदान को आय मरिया वाला की आसा अर फिर से जी उठन को बारे म मोरो मुकदमा हो रयो हैं।”
उई वादा को पुरो होन की असो लगा ख हमारा बारा गोत अपनो पुरो मन से रात दिन परमेस्वर की आराधना करते आया हैं। अर हे राजा यही आसा को बारो म मो पर यहूदी दुवारा आरोप लगावा हैं।
वी जहाज रूकन वाली जगह बन्दरगाह जाड़ा काटन को लाने चोक्खो नी हतो, एकोलाने ढ़ेर सारो हुन को विचार भयो कि उते से नाव खोल ख अदि कोई रीति से हो सका ते फीनिक्स पहुँच ख जाड़ा काट यू ते क्रेते को एक नाव रूकन को जगह हाय जे दक्छिन-पस्चिम अर उत्तर-पस्चिम को तरफ खुलत हाय।
पर मी डरु हैं कि साँप न अपनी चलाकी से हवा ख बहकायो, वसो ही तुमारा मन हुन वा सीधाई अर सुध्दता हुन से जो मसी ख संग होनू चाहिए, असो नी कि भ्रस्ट नी कियो जाहे।
एकोलाने जब मोसे अऊर नी रयो गयो, ते तुमरो भरोसा को हाल जानन को लाने मीना तिमुथियुस ख भेज्यो, कि कई असो नी होय कि परीक्छा लेन वालो सैतान न तुमरी परीक्छा लियो होय, अर हमरी मेहनत बेकार हो गई होए।
कोई तुम इंसान हुन ख कोई भी तरीका से नी बैहकाय।, काहेकि उ दिन जब लक नी आ सकन को जब लक पहले धरम को त्याग नी हो जाय, अर उ अधर्मी इंसान परगट नी हो जाय, जेको नास हो जानो जरूरी हैं।
भविस्य म मोरो लाने धर्म को उ मुकुट रखो हुओ हैं, जेसे प्रभु जे धर्मी को न्याय करन वालो हैं, मो ख उस दिन देगो, अर मो ख नी लेकिन उ सब ख भी जो ओ ख परगट होन कि रस्ता देखह हैं।
ओरत हुन न मरिया वाला ख फिर से जिन्दो देखयो; अर कितना ते मार खाते खाते मर गया अर वी ओसे एकोलाने छुटकारा कि कोसिस नी करत रह कि उन ख वा मेन जगह हासिल करनो हतो।