काहेकि हम ख मालूम हैं कि जब हमारो धरती पर को डेरा जसो घर गिरायो जाहे, ते हम ख परमेस्वर कि ओर निर्मित एक घर मिले। उ एक असो घर हैं, जो हात हुन से बनो वालो घर नी होन को, अर हमेसा का लाने स्वर्ग म बनो हैं।
मी मसी को संग सुली पर चढ़ायो गयो हैं, अब मी जिन्दो नी रयो, पर मसी मोरो म जिन्दो हैं; अर मी सरीर म अबा तो जिन्दो हैं ते सिर्फ उ भरोसा से जिन्दो हैं जे परमेस्वर को पोरिया पा हैं, जेना मोसे प्रेम करयो अर मोरो लाने अपनो तुम ख दे दियो।
पर असो नी होय की मी कोई अऊर बात को घमण्ड करूँ, सिर्फ हमारो प्रभु यीसु मसी की सूली को, जेको व्दारा दुनिया मोरी नजर म अर मी दुनिया की नजर म सूली पर चढ़ायो गयो हैं।
मी ते उही लालसा अर आसा रखा हैं कि मी कोई भी बात म लज्जित नी होऊ, पर जसो मोरो सक्ति साहस को कारन मसी कि महिमा मोरी सरीर को दुवारा हमेसा होती रय्ह हैं, वसो ही अब भी हो, या मी जिन्दो रहू या मर जाऊ
फिर मीना स्वर्ग म कोइ ख असो कैहते सब्द सुनियो, “लिख: भलो हैं वी मुरदा जो अबा से प्रभु म विस्वास करते घड़ी मरा हैं!” आत्मा बोला हैं, “असो ही होय, काहेकि वी अपनी पुरी मेहनत को बाद आराम करेगों, काहेकि उनका अच्छा काम उनको संग म जावा हैं।”