21 कहालीकि सब अपनो स्वार्थ की खोज म रह्य हंय, नहीं कि यीशु मसीह की।
तब यीशु न अपनो चेलावों सी कह्यो, “यदि कोयी मोरो पीछू आवनो चाहवय, त अपनो खुद को इन्कार करे अऊर अपनो क्रूस उठाये, अऊर मोरो पीछू हो ले।
“यदि कोयी मोरो जवर आवय, अऊर अपनो बाप अऊर माय अऊर पत्नी अऊर बच्चां अऊर भाऊ अऊर बहिनों बल्की अपनो जीव ख भी मोरो सी जादा अप्रिय नहीं जानय, त ऊ मोरो चेला नहीं होय सकय;
पौलुस अऊर ओको संगी पाफुस सी जहाज को द्वारा पंफूलिया को पिरगा शहर म आयो; अऊर यूहन्ना उन्ख छोड़ क यरूशलेम ख लौट गयो।
पर पौलुस न ओख जो पंफूलिया म उन्को सी अलग होय गयो होतो, अऊर काम पर उन्को संग नहीं गयो, संग ले जानो अच्छो नहीं समझ्यो।
कोयी अपनीच भलायी ख नहीं, बल्की दूसरों की भलायी ख ढूंढय हय।
जसो मय भी सब बातों म सब ख खुश रखू हय, अऊर अपनो नहीं पर बहुतों को फायदा ढूंढू हय कि हि उद्धार पाये।
ऊ अनरीति नहीं चलय, ऊ अपनी भलायी नहीं चाहवय, चिड़य नहीं, दूसरों की बुरी बातों को लेखा नहीं रखय।
कहालीकि जसो मसीह को दु:खों म हम बहुत सहभागी होयजे हंय, वसोच हम शान्ति म भी मसीह को द्वारा बहुत सहभागी होयजे हंय।
हर एक अपनोच हित को नहीं बल्की दूसरों को हित की भी चिन्ता करे।
तय जानय हय कि आसिया प्रान्त वालो सब मोरो सी फिर गयो हंय, जिन्म फूगिलुस अऊर हिरमुगिनेस हंय।
कहालीकि आदमी स्वार्थी, लालची, अभिमानी, निन्दक, माय बाप की आज्ञा टालन वालो, एहसान नहीं मानन वालो, अपवित्र,
कहालीकि देमास न यो जगत ख प्रिय जान क मोख छोड़ दियो हय अऊर थिस्सलुनीके नगर ख चली गयो हय। क्रेसेन्स गलातिया प्रदेश ख चली गयो अऊर तीतुस दलमतिया ख चली गयो हय।
पहिले मोरो पक्ष म कोयी न मोरो साथ नहीं दियो, बल्की सब न मोख छोड़ दियो होतो। भलो होय कि येको उन्ख लेखा देनो नहीं पड़ेंन।