मय तुम सी कहू हय कि योच तरह सी एक पाप सी मन फिरावन वालो पापी को बारे म भी स्वर्ग म इतनोच खुशी होयेंन, जितनो कि निन्यानवे असो धर्मियों न पाप करनो छोड़ दियो, जिन्ख मन फिरान की जरूरत नहीं।
कहालीकि बहुत सो असी चाल चलय हंय, जिन्की चर्चा मय न तुम सी बार बार करी हय, अऊर अब भी रोय-रोय क कहू हय; कि हि अपनी चाल चलन सी मसीह को क्रूस की मृत्यु को दुश्मन बन क जीवय हंय।
येकोलायी हे मोरो प्रिय भाऊवों अऊर बहिनों, तुम मोख कितनो प्रिय हय, मोरो मन तुम म लग्यो रह्य हय, जो मोरी खुशी अऊर मुकुट आय, हे प्रियो, प्रभु म योच तरह बन्यो रहो।
भलोच मय शरीर को भाव सी तुम सी दूर हय, तब भी आत्मा भाव सी तुम्हरो जवर हय, अऊर तुम्हरो खुशी को जीवन ख अऊर तुम्हरो विश्वास की, जो मसीह म हय, दृढ़ता देख क खुश होऊ हय।