मै तुम्हर लग कथो, चिन्ता झइ करा अउ न अपन जीवन चलामै के निता कि हम का खइ या का पी अउ न अपन देह के निता कि हम का पेहनी। का जीवन खाना लग अउ का देह के खुरथा पइजामा लग बढके नेहको हबै?
इहैनिता अगर मोर खाना मोर भाई या बेहन के निता पाप के कारन बनथै, ता मै फेर कबहुन कउनो मेर के गोस नेहको खइहों। कहुं असना झइ होय कि मै अपन भाई या बेहन के निता पाप के कारन बनो।
हर अक्ठी खेल, जउन खेल हे भाग लेथै, उन हर बात हे धीर धरथै, उन नास होय बाले इनाम मुकुट पामै के निता असना करथै, जब कि हम जउन इनाम मुकुट कबहुं नास नेहको होमै बाले हबै ओखर निता करथन।
हमर मंडली आमै के निता झइ छांडा, जसना कि कुछ मनसे करथै बकि हम अक दूसरे के हिम्मत बांधी। अउ जसना कि तुम देखत हबा कि ऊ दिन लिघ्घो आउत हबै, ता असना करिहा कि अउ जादा परभु के संगति करिहा।
उन हइ बात के खोजिन कि मसीह के आतमा उन ग्यानी मनसेन हे रथै अउ आगुन लग ऊ मसीह के दुख अउ एखर बाद आमै बाले महिमा के गवाह देयत रहिस, ग्यानी मनसे हइ जानै चाहथै कि आतमा केतका टेम अउ कउन समस्या के तरफ इसारा करथै।