हे भाई अउ बेहन, भगवान के बडी दया के उजियार हे तुम सबले मोर बिनती हबै, कि तुम अपन देह के भगवान के निता मगन करै बाले सुध्द बलि चढावा, इहै तुम्हर सच्ची सेबा हबै।
मै सही अउ गलत दुनो लग परचित हबो, चाहे हालात जउन मेर होय चाहे भूखे या पेट भर खाना चाहे मोर लिघ्घो कुछु होय चाहे नेहको होय, उन सगलू बात हे सुखी रहै के भेद के सीख लय हव।
हे भाई अउ बेहन, तुम्हर बारे हे भगवान के हरमेसा धन्यबाद करैका चाही, अउ हइ जरूरी हबै काखे तुम्हर बिस्वास बोहत बढिहा मेर बढत हबै, अउ तुम सब हे अक दूसर लग माया बढत हबै।