16 जउन होय, जिहां तक हम पहुंच चुके हवन, ओखर उप्पर हम मजबूत रही।
अपनै हे मेलजोल के भाव बनाय रखा, अहंकारी झइ बना, बलुक दीन दुखियन लग मिलत जुलत रहा, अपन खुद के होसियार झइ समझा।
धीर अउ सान्ति के दाता भगवान तुमही हइ बरदान दे, कि मसीह यीसु के जसना सक दूसर लग अक्ठिन मन रहा।
तुम मसीह हे परगति करथा, तुमके कोहर आगू बढै लग रोकिस तुम सत्य के झइ माना?
जसना जेतना हइ नियम हे चलथै उनखर उप्पर भगवान के सान्ति अउ दया इस्राएल हे होवत रहै।
तुम अक्ठी बात के धियान रखा, तोर आचरन मसीह के संदेस के काबिल होय। हइमेर मै चाहे आयके तोर लग मिलो चाहे दुरिहां रहिके तोर बारे हे सुनो, मोके हइ पता होय कि तुम अक्ठी आतमा हे मजबूत के संग स्थिर होय अउ संदेस लग बिस्वास के निता अकजुट हुइके मेहनत करथा।
ता मोर खुसी के पूर करा कि अक्ठी मन, अक्ठी माया, अक्ठी चित अउ अक्ठिन आतमा हे रहा।
मै यहूदिया अउ सुन्तुखे दुनोन के उतसाहित करथो, कि तुम परभु हे अक जसना सोंच बनाय रखा।
इहैनिता कि तुम परभु मसीह यीसु के स्वीकार के लय हबा, अपन जीवन ओहमा जिया।
बिनती हे हरमेसा लगे रहा, अउ जब तुम बिनती करा ता हरमेसा भगवान के धन्यबाद करत रहा।
इहैनिता सुरता करा कि तुम का सिक्छा पाय हबा अउ तुम का सुने रथा अउ ओखर पालन करत मन फिराबा, अगर तुम नेहको जगिहा ता मै चोरटा के जसना आहुं, तुम जानो नेहको पइहा कि मै कब तुम्हर लिघ्घो आय जइहों।