30 ऊ मसीह के काम के निता मिरतू के सामना करिस अउ अपन जीवन के जोखिम हे डालिस जेखर लग ऊ मोर परति जन सेबा के ऊ काम के पूर करै, जेखर लग तुम खुद करै हे असमर्थ रथा।
जिहां तक मोर बात हबै, मोर लिघ्घो जउन कुछु हबै, तुम्हर खुसी के निता खरच करिहों, इहां तक कि खुद के तुम्हर निता खरच के डरिहों, अगर मै तुम्हर लग जादा माया करथो, ता भला तुम मोके कम माया कइसन करिहा।
सही हे ऊ बोहत नांगा हे रथै, अउ मरै के कगार हे रथै, पय ओखर उप्पर भगवान दया करिस, अउ न केबल ओखर उप्पर बलुक मोरो उप्पर, जेखर लग मोके दुख हे दुख न सहै के पडै।