17 पय कुछ मनसे सच्चाई के संग नेहको, बलुक मतलबी इक्छा लग मसीह के परचार करथै, काखे उन सोचथै कि एखर लग ऊ जेल हे मोर निता परेसानी बढइहिन।
इहैनिता अपन मन हे ठान लेया, कि हम पहिले लग जबाब देवै के निता चिन्ता झइ करिहा।
पोलुस कथै, “हे मोर यहूदी भाई अउ संगी जसना सज्जन मनसे मोर बचाव हे मोके जउन कुछु कहै का हबै उके सुना।”
राजा अग्रिप्पा पोलुस ले कथै, “तोके अपन बारे हे बोलै के आदेस हबै।” तब पोलुस अपन हाथ उठाइस अउ अपन बचाव हे बोलै के सुरु करथै,
ऊ अपन बचाव हे जब हइ बातन के कहेन बाले रथै, ता फेस्तुस चिल्लाय के कथै, “पोलुस तोर दिमाक खराब हुइ गय हबै, तोर बोहत पढाइ तोके बइहा बनाथै।”
पय जउन मनसे खुदय के स्वारथी के खोज हे रथै, अउ जउन सच्चाई के खोज नेहको करथै, अउ जउन अनियाय करथै उनखर हे गुस्सा बोहत भडकही।
पय एखर लग का बहाना लग होय या सच्चाई लग चाहे जउन मेर होय? मसीह के परचार तो होथै, एखर लग मोके खुसी मिलथै, अउ खुसी होत रइहों।
तुम सब के बारे हे मोर निता असना सोंच बढिहा हबै, काखे तुम सब मोर मन हे बसे हबा, अउ न बलुक तब जब मै जेल हे बेडररे रहों, तबो मै संदेस के सत्य के मदत करत ओखर परतिस्ठा हे लगे रहों, तुम सब ई खासके मोर संग अनुगरह हे सहभागी रहे हबा।
खुदय के अच्छाई के निता कुछु झइ करा, बलुक नम्र बना अउ दूसर के अपन लग निक्खा समझा।
मै सही कथो, झूठ नेहको बोलथो, कि मै इहै उदेस्य लग परचारक अउ चेला अउ गैर यहूदिन के निता बिस्वास अउ सत्य के उपदेसक ठहराय गय हव।
जेखर निता मै कुकरमी के जसना दुख उठाथों, इहां तक कि बन्धन हे हव, पय भगवान के बचन बन्धन हे नेहको हबै।
मोर पहिली सुनवाइ के टेम कउ मोर संग नेहको रथै, सब कउ मोके छांड दय रथै, इनखर निता उनके हिसाब देय के झइ पडै।