मुख बात यह्या चियै कि तोरासबके चाल-चलन खिरिस्टके सुसमाचार अनुसार सोहाइबला हेबे। हम चाहे तोरासबके भेट-मुलकात करी, चाहे दुर रही तुसब एकेटा उदेस्य ल्याके अस्थिर चिही आ एकेटा मन भ्याके सुसमाचारके बिस्बासके लेल मेहनत कैररहल चिही कैहके हम सुनैले पाबी।
हम बरका आ छोटका सब मरलसबके सिंहासनके सामने ठारभेल देखलियै आ किताबसब खोलल्कै। दोसर किताब खोलल्कै, जे जिबनके किताब छेलै। उ किताबमे लिखल अनुसार, ओकरासबके काम अनुसार मरलसबके नियाइ भेलै।
जे सैतानके जित्तै, उ अनङ उजर बस्तर लगाइतै आ ओकर नाम हम जिबनके किताबसे कहियो नै मिटकाइबै। उ हमर लोक चियै कैहके आपन पिता आ ओकर स्वरगदुतसबके अगा हम सुइकार करबै।’